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लो जी आखिर आई सफर के मजे दिलाने वाली गुड न्यूज! इस एक्सप्रेसवे पर इस दिन से दौड़ेंगी गाड़ियां

210 किलोमीटर लंबे एक्‍सप्रेसवे का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। दिल्‍ली से देहरादून तक होगा सफर आसान , गागलहेड़ी से डॉट काली माता मंदिर तक के 42 किलोमीटर के हिस्‍से को आवागमन के लिए खोलने की तैयारी है। गणेशपुर से आसारोडी तक बनाया गया एलिवेटेड रोड एशिया का सबसे लंबो वन्‍य जीव गलियारा है।
 
लो जी आखिर आई सफर के मजे दिलाने वाली गुड न्यूज! इस एक्सप्रेसवे पर इस दिन से दौड़ेंगी गाड़ियां

Delhi to Dehradun expressway : 210 किलोमीटर लंबे एक्‍सप्रेसवे का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। दिल्‍ली से देहरादून तक होगा सफर आसान , गागलहेड़ी से डॉट काली माता मंदिर तक के 42 किलोमीटर के हिस्‍से को आवागमन के लिए खोलने की तैयारी है। गणेशपुर से आसारोडी तक बनाया गया एलिवेटेड रोड एशिया का सबसे लंबो वन्‍य जीव गलियारा है।

दिल्‍ली से देहरादून एक्‍सप्रेसवे पर इस साल दिसंबर से वाहन फर्राटा भर सकेंगे। गागलहेड़ी से डॉट काली माता मंदिर तक के 42 किलोमीटर के हिस्‍से को आवागमन के लिए खोलने की तैयारी है। इसमें शिवालिक पहाड़ियों के बीच गुजरने वला 12 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड भी है।दिल्‍ली के अक्षरधाम मंदिर से उत्‍तराखंड के आसारोडी तक यह एक्‍सप्रेसवे बन रहा है। 

जनवरी 2021 में इसका काम शुरू हो गया था। इसका निर्माण अब अंतिम चरण में है। ये तीन राज्‍यों दिल्‍ली, यूपी और उत्‍तराखंड की आर्थिक तरक्‍की में सहायक होगा। शिवालिक जंगल और राष्‍ट्रीय राजाजी पार्क के वन्‍य जीवों के संरक्षण के मद्देनजर इसे बनाया गया है। 210 किमी लंबे इस एक्‍सप्रेस का आखिरी चरण गागलहेड़ी से डॉट काली माता मंदिर तक करीब 42 किमी लंबाई का है।इस पर 100 किमी की रफ्तार से वाहन दौड़ेंगे और नीचे वन्‍य जीव विचरण कर सकेंगे। 

दिसंबर के आखिर तक यह काम पूरा कर यातायात शुरू करने का प्रयास रहेगा। गणेशपुर से आसारोडी तक बनाया गया एलिवेटेड रोड एशिया का सबसे लंबो वन्‍य जीव गलियारा है।  जानवरों को वाहनों की रोशनी और आवाज से परेशानी न हो, इसके लिए साउंड और लाइट बैरियर लगाए गए हैं। देहरादून जिले में इस एक्‍सप्रेसवे पर हाथी और अन्‍य वन्‍य जीवों को एक तरफ से दूसरी तरफ जाने के लिए अंडरपास भी बनाया गया है।