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आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में होंगे बड़े बदलाव, जानें क्या-क्या 

आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) ने अपनी शुरुआत के बाद से ही करोड़ों गरीब और जरूरतमंद परिवारों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की हैं। इस योजना को शुरू हुए 5 साल हो चुके हैं और अब तक 10 करोड़ से अधिक लोगों ने इसका लाभ उठाया है। इस योजना के तहत, लाभार्थियों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलता है, जिससे उनकी स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं काफी हद तक कम हो जाती हैं।
 
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में होंगे बड़े बदलाव, जानें क्या-क्या

जन आरोग्य योजना: आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) ने अपनी शुरुआत के बाद से ही करोड़ों गरीब और जरूरतमंद परिवारों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की हैं। इस योजना को शुरू हुए 5 साल हो चुके हैं और अब तक 10 करोड़ से अधिक लोगों ने इसका लाभ उठाया है। इस योजना के तहत, लाभार्थियों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलता है, जिससे उनकी स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं काफी हद तक कम हो जाती हैं।

योजना में होने वाले संभावित बदलाव

सरकार इस योजना का दायरा बढ़ाने की तैयारी कर रही है। इसमें छोटे शहरों के अस्पतालों को भी शामिल करने की योजना है, ताकि अधिक से अधिक लोग इस योजना का लाभ उठा सकें। इससे दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले लोग भी स्वास्थ्य सेवाओं का फायदा उठा सकेंगे।

पैकेज सिस्टम में सुधार

वर्तमान में योजना के तहत 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल रहा है, लेकिन सरकार इस सीमा को बढ़ाकर 7 से 10 लाख रुपये तक करने पर विचार कर रही है। इससे लाभार्थियों को अधिक व्यापक और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।

भुगतान प्रणाली में सुधार

योजना के तहत अस्पतालों के बिलों के भुगतान के लिए एक नई प्रणाली विकसित की जाएगी। यह नई प्रणाली बिलों के भुगतान को सरल और तेजी से करने में मदद करेगी।

बुजुर्गों के लिए विशेष सुविधाएंसबसे बड़ा बदलाव बुजुर्गों के लिए हो सकता है। 70 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को इस योजना के दायरे में लाने की योजना है, चाहे उनकी आय कुछ भी हो। इसका उद्देश्य बुजुर्गों को मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान करना है। इस बदलाव से मध्यम वर्ग के बुजुर्गों को भी फायदा मिलेगा।

योजना में सुधार के लिए बनाई गई समिति

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने योजना में सुधार के लिए एक समिति बनाई है, जिसकी अध्यक्षता नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ विनोद पॉल कर रहे हैं। यह समिति जल्द ही अपनी रिपोर्ट और सिफारिशें स्वास्थ्य मंत्रालय को सौंपेगी, जिसके आधार पर योजना में बदलाव का खाका तैयार किया जाएगा।

आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना ने अब तक देश के करोड़ों गरीब और जरूरतमंद लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की हैं। 5 साल बाद इसमें किए जाने वाले बदलाव इस योजना को और भी व्यापक और प्रभावी बनाएंगे। इससे न केवल अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिलेगा, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और पहुंच भी बढ़ेगी। इन संभावित बदलावों से यह योजना और भी सफल और प्रभावशाली साबित हो सकती है।