चंडीगढ़-बद्दी रेल लाइन से जुड़े बड़े अपडेट! तीन नए स्टेशन और एलिवेटेड ट्रैक तैयार, 2026 तक पूरा होगा प्रोजेक्ट

Railway News: हरियाणा रेलवे न्यूज़ के अंतर्गत चंडीगढ़-बद्दी रेल प्रोजेक्ट को लेकर एक बड़ी और उत्साहित करने वाली खबर सामने आई है। इस रेल प्रोजेक्ट से न केवल यात्रियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि पूरे उत्तर भारत के उद्योग और व्यापार जगत को जबरदस्त फायदा पहुंचने वाला है। उत्तर रेलवे द्वारा विकसित की जा रही इस रेलवे लाइन पर तीन नए स्टेशन — चंडी मंदिर, नानकपुर और बद्दी — बनाए जा रहे हैं, जिनका निर्माण कार्य तेजी से जारी है।
चंडीगढ़-बद्दी रेलवे लाइन का लगभग 9 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड होगा। इस रेलवे लाइन का एक किलोमीटर हिस्सा लगभग 52 फीट ऊंचा होगा और कुछ स्थानों पर रेलवे लाइन 25 फीट तक ऊंची होगी। एक रेल अधिकारी ने बताया कि एलिवेटेड पटरियां इस उद्देश्य से लगाई जा रही हैं कि ग्रीनफील्ड क्षेत्र को यथासंभव बचाया जा सके। इसके साथ ही सड़क क्रॉसिंग को भी ढक दिया गया ताकि सड़क मार्ग को बाधित किए बिना रेलवे लाइनें आगे बढ़ सकें।
इस कदम से महंगी जमीन खरीदने और ट्रैक रखरखाव पर होने वाले खर्च से बचने में मदद मिलेगी। वर्तमान में चंडीगढ़ और उसके आसपास ऐसी रेल पटरियां उपलब्ध नहीं हैं। इस परियोजना को 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
बद्दी-नालागढ़ उत्तर रेलवे द्वारा रेल नेटवर्क से जुड़ा हुआ है। रेलवे लाइन चंडीमंदिर से शुरू होकर धमाला, लोहगढ़ खेड़ा टांडा, जोलूवाल, कोना और मंडावला होते हुए शीतलपुर बद्दी तक पहुंचेगी। रेलवे लाइन को 100-120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति के लिए तैयार किया जा रहा है।
यह परियोजना एशिया के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र और बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ फार्म हब को रेल नेटवर्क से जोड़ेगी। बद्दी के अमृतसर-कोलकाता कॉरिडोर से जुड़ने से पूरे क्षेत्र को लाभ मिलेगा। उद्योगों को कच्चा माल लाने तथा तैयार माल अन्य राज्यों में भेजने के लिए रेल सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इससे लागत कम होगी और मुनाफा बढ़ेगा। साथ ही, रेल परियोजना से क्षेत्र में व्यापार और रोजगार के अवसर पैदा होंगे।