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अब सफर कटेगा मजे से , बनने वाला है नया ईस्टर्न और वेस्टर्न एक्सप्रेसवे 

ईस्टर्न एक्सप्रेस और वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे  मुंबई के विभिन्न हिस्सों से दोनों एक्सप्रेस हाइवे तक वाहनों के ज़रिए पहुंचने वाले लोगों को काफी सुविधा होगी। साथ ही, हाइवे के स्लिप रोड और जंक्शन को भी सीमेंटेड बनाया जाएगा। इस पर बीएमसी कुल 1600 करोड़ रुपये खर्च करेगी। यह कार्य 3 साल के भीतर पूरा किया जाएगा। वहीं, संबंधित ठेकेदार अगले 10 साल तक इसकी मरम्मत और देखभाल करेगा। 
 
अब सफर कटेगा मजे से , बनने वाला है नया ईस्टर्न और वेस्टर्न एक्सप्रेसवे

Eastern and Western Highway : ईस्टर्न एक्सप्रेस और वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे  मुंबई के विभिन्न हिस्सों से दोनों एक्सप्रेस हाइवे तक वाहनों के ज़रिए पहुंचने वाले लोगों को काफी सुविधा होगी। साथ ही, हाइवे के स्लिप रोड और जंक्शन को भी सीमेंटेड बनाया जाएगा। इस पर बीएमसी कुल 1600 करोड़ रुपये खर्च करेगी। यह कार्य 3 साल के भीतर पूरा किया जाएगा। वहीं, संबंधित ठेकेदार अगले 10 साल तक इसकी मरम्मत और देखभाल करेगा। 

बीएमसी रोड डिपार्टमेंट के एक अधिकारी ने बताया कि इसको लेकर लंबे समय से नागरिकों की शिकायत थी। लोगों का कहना था कि मुंबई के विभिन्न हिस्सों से दोनों एक्सप्रेस-वे तक सर्विस रोड के ज़रिए पहुंचने में काफी दिक्कत होती थी। इसलिए दोनों एक्सप्रेस हाइवे के दोनों तरफ के सर्विस रोड को सीमेंटेड किया जाएगा। सर्विस रोड सीमेंटेड होने से लोग आसानी से ईस्टर्न और वेस्टर्न एक्सप्रेस-वे तक पहुंच सकेंगे। ईस्टर्न और वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइ‌वे मुंबई में सफ़र करने वालों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग है। 23.55 किमी लंबा ईस्टर्न एक्सप्रेस हाइ‌वे पूर्वी उपनगरों से गुजरता है।

यह एक्सप्रेस हाइ‌वे मुंबई में सायन से शुरू होकर विक्रोली, घाटकोपर, भांडुप और मुलुंड को जोड़ता है। यह हाइवे सायन-पनवेल एक्सप्रेस हाइ‌वे और सांताक्रुज, चेंबूर रोड ईस्टर्न फ्री-वे से भी कनेक्ट है। वहीं वेस्टर्न एक्सप्रेस-वे मुंबई के पश्चिमी उपनगरों को जोड़ता है। इस एक्सप्रेस हाइ‌वे की लंबाई लगभग 24 किमी है। यह एक्सप्रेस माहिम से शुरू होकर बांद्रा, अंधेरी, जोगेश्वरी, गोरेगांव, मालाड, कांदिवली, बोरीवली होते हुए दहिसर को जोड़ता है। 

यह एक्सप्रेस हाइवे मुंबई के सबसे व्यस्त मार्गों में शामिल है। दोनों एक्सप्रेस-वे को कनेक्ट करने के लिए सर्विस रोड को सीमेंटेड करने के साथ ही स्लिप रोड (हाइवे पर जो ब्रिज हैं, उनके नीचे के हिस्से) को भी बीएमसी सीमेंटेड बनाएगी। अधिकारी के अनुसार ब्रिज के नीचे अक्सर हाइवे पर सड़क खराब हो जाती है। सीमेंटेड करने से यह समस्या दूर हो जाएगी। साथ ही, हाइवे पर जो जंक्शन हैं, वहां असफाल्ट का इस्तेमाल किया गया है, इससे गाड़ियों के फिसलने का डर रहता है।

इसलिए बीएमसी ने दोनों हाइवे के जंक्शन को सीमेंटेड करने का फ़ैसला किया है।बता दें कि मुंबई में 2050 किमी लंबी सड़कों को सीमेंटेड करने का काम प्रगति पर है। वहीं बीएमसी ने ईस्टर्न और वेस्टर्न एक्सप्रेस-वे का समय-समय पर मरम्मत करती है। 

एमएमआरडीए ने दो साल पहले दोनों एक्सप्रेस हाइवे को मरम्मत और देखभाल के लिए बीएमसी को सौंप दिया है। मुंबई में सड़कों पर गड्ढों के लिए बीएमसी को काफी आलोचना झेलनी पड़ती है। जबकि सर्विस रोड की हालत और खराब होती है। ईस्टर्न और वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे को सैकड़ों सर्विस रोड कनेक्ट करते हैं। इसकी खराब हलात की वजह से बीएमसी को अक्सर शिकायत सुननी पड़ती है। बीएमसी ऐसे सर्विस रोड की अब तक अनदेखी ही करती रही है। अब बीएमसी ने इसका इलाज खोज लिया है। मुंबई की सड़कों की तरह एक्सप्रेस-वे को जोड़ने वाले सर्विस रोड भी सीमेंटेड हो जाएंगे। इससे मुंबई की सड़कों के साथ ज्यादातर सर्विस रोड भी सीमेंटेड हो जाएंगे।