Khelorajasthan

हरियाणा में कक्षा 9 के छात्रों के लिए नया शिक्षा निर्णय! अब ये 7 विषय होंगे अनिवार्य

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE) से शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव सामने आया है। नए शैक्षणिक सत्र 2025-26 से कक्षा 9वीं के विद्यार्थियों को अब 6 की बजाय 7 विषयों की पढ़ाई करनी होगी। यह निर्णय नई शिक्षा नीति 2020 के तहत लिया गया है, और इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से अधिसूचना जारी की गई है।
 
Haryana School News

Haryana School News: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE) से शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव सामने आया है। नए शैक्षणिक सत्र 2025-26 से कक्षा 9वीं के विद्यार्थियों को अब 6 की बजाय 7 विषयों की पढ़ाई करनी होगी। यह निर्णय नई शिक्षा नीति 2020 के तहत लिया गया है, और इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से अधिसूचना जारी की गई है।

अब तक, कक्षा 9वीं के छात्रों को कुल 6 विषयों का अध्ययन करना होता था। लेकिन नए बदलाव के बाद, छात्रों को अब 7 विषयों की पढ़ाई करनी होगी, जिसमें से हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, वोकेशनल सब्जेक्ट (जैसे ड्राइंग, फिजिकल एजुकेशन और म्यूजिक) के साथ-साथ संस्कृत, पंजाबी या उर्दू में से किसी एक विषय का चयन करना होगा।

यह बदलाव नई शिक्षा नीति 2020 के तहत लागू किया गया है। सरकार का मानना है कि इससे छात्रों का विविध शिक्षा में विकास होगा और वे एक से ज्यादा भाषाओं का ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे। इससे छात्रों को तीन भाषाओं का ज्ञान मिलेगा, जो उनके संचार कौशल को बेहतर बनाने में मदद करेगा।

2025-26 से कक्षा 9 में छात्रों को 7 विषयों की पढ़ाई करनी होगी। कक्षा 9 में किए गए बदलावों का असर कक्षा 10 में भी पड़ेगा। अगले शैक्षणिक सत्र 2026-27 में कक्षा 10 के छात्रों को भी वही 7 विषय पढ़ने होंगे।

पहले, छात्र केवल हिंदी और अंग्रेजी विषयों का अध्ययन करते थे, लेकिन अब नई व्यवस्था के तहत वे संस्कृत, पंजाबी या उर्दू में से किसी एक भाषा का भी अध्ययन करेंगे। इससे छात्रों को भारतीय भाषाओं का ज्ञान मिलेगा और वे विभिन्न भाषाओं में भी पारंगत हो सकेंगे।

इस बदलाव के बारे में एक शिक्षक ने बताया कि पहले छात्रों को केवल हिंदी और अंग्रेजी का ही ज्ञान दिया जाता था, लेकिन अब वे संस्कृत, पंजाबी और उर्दू के बारे में भी सीखेंगे। इससे उन्हें विभिन्न भाषाओं का लाभ मिलेगा और वे भाषाई दृष्टि से मजबूत होंगे।

नई शिक्षा नीति के तहत यह बदलाव छात्रों के सांस्कृतिक और भाषाई ज्ञान को बढ़ावा देने में मदद करेगा। कक्षा 9 में 7 विषयों की पढ़ाई के माध्यम से छात्र विविध शिक्षा प्राप्त करेंगे, जो उन्हें वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करेगा।