New Expressway: अब अहमदाबाद से सोमनाथ की राहें होंगी आसान, 93 हजार करोड़ी 2 नए मेगा एक्सप्रेसवे बनेंगे यात्रा सुहानी

New Expressway: गुजरात में स्थित सोमनाथ मंदिर में जानें वालें श्रद्धालुओं के गुड न्यूज है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने नए एक्सप्रेसवे की सौगात दे दी हैं जल्द ही कार्य शुरू होने की संभावना हैं। ये एक्सप्रेसवे 13 जिलों में से चीरता हुआ निकलेगा। राजे सरकार ने इस एक्सप्रेसवे को लेकर 93 हजार करोड़ रुपये का बजट भी जारी कर दिया हैं।
ये दोनों एक्सप्रेसवे 13 जिलों से गुजरेंगे, राज्य की 45 प्रतिशत आबादी को लाभ पहुंचाएंगे। इतना ही नहीं सोमनाथ के सफर में 30 फीसदी समय की बचत होगी। क्या होगा एक्सप्रेसवे का रूट? राज्य में नमोशक्ति और सोमनाथ-द्वारका एक्सप्रेसवे के निर्माण से उत्तर गुजरात और सौराष्ट्र के आर्थिक विकास को तेजी मिलेगी। नमोशक्ति एक्सप्रेसवे अनुमानित 36,120 करोड़ रुपये के खर्च से नमोशक्ति एक्सप्रेसवे का डीसा से पीपावाव तक निर्माण किया जाएगा। इसकी लंबाई 430 किलोमीटर होगी। सोमनाथ-द्वारका एक्सप्रेसवे 680 किलोमीटर लंबा होगा। इसके निर्माण पर करीब 57,120 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
इससे अहमदाबाद, राजकोट और द्वारका के आसपास के क्षेत्रों के लिए कनेक्टिविटी आसान बनेगी। ये दोनों एक्सप्रेसवे राज्य के महत्वपूर्ण बंदरगाहों तक सीधी-सीधी तथा तेज कनेक्टिविटी प्रदान करेंगे।इन दोनों एक्सप्रेसवे से गुजरात के 13 जिलों कनेक्ट हो जाएंगे। दोनों एक्सप्रेसवे अमरेली, बोटाद, सुरेन्द्रनगर, पाटण, बनासकांठा, अहमदाबाद, राजकोट, मोरबी, जामनगर, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ एवं गीर सोमनाथ जिलों से गुजरेंगे और राज्य की लगभग 45 प्रतिशत जनसंख्या को इनका लाभ मिलेगा। इन 13 जिला मुख्यालयों से इन एक्सप्रेसवे पर पहुंचने के लिए एक घंटे से भी कम समय लगेगा।
इन दोनों एक्सप्रेसवे नेटवर्कों में लगभग 42 इंटरचेंज रहेंगे। इन दोनों परियोजनाओं की संयुक्त लागत 93,240 करोड़ रुपये आंकी गई है। इनका निर्माण गुजरात राज्य सड़क विकास निगम द्वारा किया जाएगा।इन एक्सप्रेसवे की टेंडर प्रक्रिया में लगभग छह महीने लगने की उम्मीद है। टेंडर दिए जाने के बाद अगले 36 महीनों में निर्माण पूरा किया जाएगा। इन एक्सप्रेसवे का विकास सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल या अन्य अभिनव अनुबंध तंत्रों के तहत किया जाएगा। दोनों एक्सप्रेसवे से गुजरात के कई प्रमुख औद्योगिक केंद्रों और पर्यटन स्थलों जैसे अंबाजी, धरोई, पोलो फॉरेस्ट, मोढेरा, बेचराजी, जामनगर, द्वारका, पोरबंदर और सोमनाथ को भी जोड़ेंगे। मंडल एसआईआर, बावला, साणंद, राजकोट-शापर, पोरबंदर-कोडिनार और धोलेरा सहित प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों से कनेक्टिविटी में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।