यमुना एक्सप्रेसवे और KGP एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए नया इंटरचेंज, भारी जाम से मिलेगी राहत

Yamuna Exspressway : दिल्ली और NCR क्षेत्र में ट्रैफिक संचालन को बेहतर बनाने के लिए लगातार नए प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में यमुना एक्सप्रेसवे को कुंडली-गाजियाबाद-पलवल (KGP) एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए एक नया इंटरचेंज तैयार किया गया है। इस इंटरचेंज का निर्माण बहुत जल्द शुरू होने वाला है और इसके पूरे होने से इस क्षेत्र के यातायात में काफी सुधार होगा।
1. इंटरचेंज का निर्माण कार्य और लक्ष्य
नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने दोनों एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए ज़मीन का सर्वेक्षण कर लिया है। अधिकारियों का कहना है कि इस इंटरचेंज का निर्माण कार्य इस साल के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट से 10 किलोमीटर दूर जगनपुर-अफजलपुर में KGP एक्सप्रेसवे को जोड़ा जाएगा। इसके लिए 60 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण भी किया जा चुका है। इस निर्माण कार्य पर लगभग 270 करोड़ रुपए का खर्च आने का अनुमान है।
2. 20 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी से राहत
अभी तक KGP एक्सप्रेसवे पर यात्री आगरा जाने के लिए 15 से 20 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करते थे, जिससे उन्हें परी चौक और कासना के ट्रैफिक जाम से जूझना पड़ता था। नए इंटरचेंज के बन जाने से, 20 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी और ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिलेगा, जिससे यात्री समय की बचत कर सकेंगे।
3. 8 लूप बनाए जाएंगे
इंटरचेंज को बनाने के लिए कुल 8 लूप बनाए जाएंगे, जिनकी कुल लंबाई 11 किलोमीटर होगी। इन लूपों में से 4 लूप उतरने और 4 लूप चढ़ने के लिए होंगे। इस व्यवस्था से यात्री बिना ट्रैफिक जाम का सामना किए आसानी से इंटरचेंज से उतर और चढ़ सकेंगे, जिससे यात्रा को और भी सुगम बनाया जा सकेगा।
4. यात्रियों को मिलेगा लाभ
दोनों एक्सप्रेसवे के जुड़ने से यात्रा की गति में सुधार होगा। यात्री अब 20 किलोमीटर कम यात्रा करेंगे, जिससे यात्रा का समय भी घटेगा।नए इंटरचेंज से ट्रैफिक का दबाव कम होगा और यात्रा में आसानी होगी।