New Ring Road of Indore : इंदौर की नई रिंग रोड के प्रस्ताव के विरोध में नई नीति का इंतजार, जल्द होगा निर्माण
New Ring Road of Indore : भारत के अधिकांश शहरों में यातायात के बढ़ते हुए दबाव को देखते हुए शहरों की जनसंख्या एवं वाहनों की वृद्धि को ध्यान में रखते हुए नई नीति को बनाने की प्रक्रिया मंच पर है। इसी नए नीति के तहत इंदौर के प्रस्तावित नए रिंग रोड (New Ring Road) के भविष्य को ताक पर रखते हुए कई विवादों का सामना किया जा रहा है। जनता के अलावा इस प्रोजेक्ट के असर से प्रभावित होने वाले किसानों और जमीन मालिकों को भी इस फैसले की चिंता है।
नई दिल्ली स्थित केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से इंदौर की नई रिंग रोड प्रस्ताव को विचार के लिए भेजा गया था। इस प्रस्ताव में बताया गया था कि इंदौर के आस-पास लगभग 140 किलोमीटर लंबी रिंग रोड निर्माण की जाएगी, जिसका अनुमानित खर्च 6000 करोड़ रुपए है। इस प्रस्ताव के माध्यम से शहर के यातायात को सुगम बनाने की कोशिश की जा रही थी।
हालांकि, नई नीति के बनाने की प्रक्रिया अभी तक अंजाम नहीं पाई है। स्थानीय स्तर पर जनप्रतिनिधियों और विभागों के सहमत होने के बाद ही नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने इस प्रस्ताव को नई दिल्ली में भेजा था। इस प्रस्ताव के मंजूर होने के बाद ही इंदौर के नई रिंग रोड के निर्माण का काम शुरू हो सकता है।
किसानों और जमीन मालिकों के ध्यान को रखते हुए, इस प्रस्ताव के प्रभावित होने के लिए उन्हें भी बहुत सावधानी बरतनी पड़ेगी। इस प्रोजेक्ट के लिए लागने वाले भूमि के अधिग्रहण और निर्माण काम के चलते किसानों और जमीन मालिकों के अधिकारों का ध्यान रखना जरूरी होगा।
यह प्रस्ताव नई नीति के तहत बन रहा है, जिससे शहरों के यातायात के विकास को सुनिश्चित किया जा सके। इसके अंतर्गत, रिंग रोड बनाने के लिए अनुमानित खर्च, किसानों की सहमति, भूमि अधिग्रहण और यातायात की विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए नयी योजना तैयार की जा रही है।
इस नई नीति का इंतजार करने वाले समय में, नगर निगम, स्थानीय प्रशासन, और किसानों के प्रतिनिधियों को बैठकों में सहयोग करना और संबंधित विभागों के साथ सम्मिलित होना अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। एक सटीक और न्यायसंगत नई नीति के माध्यम से इंदौर की रिंग रोड का प्रोजेक्ट एक सफलता के रूप में पूर्ण हो सकता है।
इस समस्या का समाधान करने के लिए सभी संबंधित तारीकों का पालन करते हुए, नए नीति के निर्माण और इंदौर के नई रिंग रोड के प्रस्ताव को मंजूरी मिलते ही शहर के यातायात के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा सकता है। इससे शहर की यातायात समस्याओं का समाधान होगा और विकास के मार्ग में एक नई उम्मीद की किरण प्रकट हो सकती है।
