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दुबई-सिंगापुर की तर्ज पर नोएडा-ग्रेटर नोएडा रोड नेटवर्क का होगा विस्तार, यूपी के इन इलाकों में दिखेंगी चमचमाती सड़कें

 
Eda-Greater Noida Road Network

Eda-Greater Noida Road Network क्षेत्रीय व्यापक गतिशीलता योजना विकसित करने के लिए एक नया अनुरोध प्रस्ताव (आरएफपी) तैयार किया जाएगा। इसके लिए प्राधिकरण अधिकारी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सुरक्षित और सुगम यातायात उपलब्ध कराने के लिए दुबई, सिंगापुर और फ्रांस में सड़क नेटवर्क बिछाने वाली सलाहकार कंपनियों से संपर्क करेंगे। नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम ने नियोजन विभाग की पुरानी आरएफपी को खारिज कर दिया है।

  क्षेत्रीय व्यापक गतिशीलता योजना विकसित करने के लिए एक नया अनुरोध प्रस्ताव (आरएफपी) तैयार किया जाएगा। इसके लिए प्राधिकरण अधिकारी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सुरक्षित और सुगम यातायात उपलब्ध कराने के लिए दुबई, सिंगापुर और फ्रांस में सड़क नेटवर्क बिछाने वाली सलाहकार कंपनियों से संपर्क करेंगे।

दुबई-सिंगापुर की तर्ज पर नोएडा-ग्रेटर नोएडा रोड नेटवर्क का होगा विस्तार, यूपी के इन इलाकों में दिखेंगी चमचमाती सड़कें
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम ने नियोजन विभाग की पुरानी आरएफपी को खारिज कर दिया है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना, गाजियाबाद, हापुड, बुलन्दशहर में विकसित किये जा रहे दादरी नोएडा गाजियाबाद स्पेशल इन्वेस्टमेंट जोन (डीएनजीआईआर) सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ट्रैफिक सुधार के लिए विदेशी कंसल्टेंट की मदद से आरएफपी को नए सिरे से तैयार किया जाए। लोगों को सुरक्षित एवं आसान परिवहन उपलब्ध करायें।

उन्होंने अधिकारियों से दुबई, फ्रांस और सिंगापुर जैसे विदेशी शहरों की यातायात योजना और सड़क नेटवर्क योजना तैयार करने वाले सलाहकारों से तुरंत संपर्क करने और उनके सुझावों के आधार पर आरएफपी तैयार करने को कहा ताकि कंपनियां वैश्विक निविदा के दौरान काम कर सकें।

नोएडा प्राधिकरण ने मोबिलिटी प्लान तैयार करने के लिए अक्टूबर में एक आरएफपी जारी किया था। अक्टूबर तक कंपनियों से आवेदन मांगे गए थे इस कार्यक्रम में कुछ कंपनियों ने भाग लिया। कंपनियों की ओर से प्राधिकरण अधिकारियों के सामने प्रेजेंटेशन दिया गया, सीईओ असहमत दिखे, क्योंकि इस क्षेत्रीय योजना का लक्ष्य पश्चिमी यूपी में आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है।

13 अगस्त की बोर्ड बैठक में क्षेत्रीय योजना तैयार करने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी गई। जिले के तीन प्राधिकरण अधिकारियों की एक कमेटी गठित की गई है, जिसके अध्यक्ष नोएडा प्राधिकरण के सीईओ होंगे। आरएफपी में तमिलनाडु द्वारा तैयार योजना को भी शामिल किये जाने की बात कही जा रही है.

रीजनल मोबिलिटी प्लान के तहत दिल्ली से नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना क्षेत्र की कनेक्टिविटी बेहतर करने पर फोकस किया जाएगा। इसी आधार पर ट्रैफिक एंड ट्रांसपोर्टेशन मोबिलिटी प्लान तैयार किया जाएगा। इससे इन क्षेत्रों में यात्रियों को यातायात संबंधी कोई समस्या नहीं होगी।

चयनित सलाहकार कंपनी इन क्षेत्रीय योजनाओं का अध्ययन करेगी और उसमें दी गई बेहतर योजनाओं या सुझावों को अपनी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) में शामिल करेगी। कंपनी को अधिकतम डेढ़ साल का समय दिया जाएगा, लेकिन प्राइमरी प्लान तीन महीने में डिलीवर करना होगा। यह एक प्रकार का थिंक टैंक होगा, जिसमें छह स्थानों के अधिकारी और सलाहकार कंपनी इसका अध्ययन करेंगे।

अगले 50 वर्षों के लिए दिल्ली से बेहतर कनेक्टिविटी और इस क्षेत्र को ट्रैफिक जाम से कैसे मुक्त बनाया जाए। जो भी सुझाव मिलेंगे, कंपनी उन्हें योजना में शामिल करेगी और बनाने का काम संबंधित अथॉरिटी की जिम्मेदारी होगी.