अब सिरसा से तारानगर-चूरू जाना होगा और भी आसान, नोहर-साहवा समेत इन शहरों को क्रोश करेगा ये हाईवे, जमीनों को बढेगी कीमत
Sirsa To Taranagar-Churu Highway: राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय की ओर से पिछले साल मई-जून में प्रस्तावित सिरसा-नोहर वाया तारानगर-चूरू हाईवे के निर्माण के लिए निजी कंपनी ने सर्वे शुरू कर दिया है। क्षेत्र में हाईवे बनने के बाद रोजगार के साथ-साथ बस सेवाएं भी बढ़ेंगी। निजी फर्म सर्वे कर रिपोर्ट संबंधित विभाग को सौंपेगी। इसके बाद रिपोर्ट राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय को भेजी जाएगी। सिरसा-नोहर से तारानगर होते हुए चूरू तक का राजमार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या से जुड़ेगा।
हरियाणा राज्य में सिरसा से 34 किलोमीटर हाईवे का निर्माण किया जाएगा। बाकी लंबाई सर्वे के बाद तय की जाएगी। यह राजमार्ग सिरसा-जमाल, फेफाना, नोहर वाया तारानगर, चूरू प्रस्तावित है। यह हनुमानगढ़ जिले का सबसे लंबा पहला राजमार्ग होगा। कैंचियां से सूरतगढ़ तक राजमार्ग का केवल छह किमी हिस्सा हनुमानगढ़ जिले में है, बाकी श्री गंगानगर में है।
ऐसा होगा सफर:
सिरसा-नोहर-तारानगर वाया चूरू हाईवे शुरू होने से चूरू, चलकोई, तारानगर, साहवा, नोहर, फेफाना व सिरसा की ओर से आने वाले वाहनों के आवागमन में सुविधा होगी। चूरू से श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और सूरतगढ़ सहित पंजाब क्षेत्र की ओर जाने वाले वाहन चालकों को नोहर से सीधा हाईवे मिलेगा।
वहां से आने वाले वाहन चालक नोहर हाईवे से चूरू और आगे जयपुर-दिल्ली तक नए हाईवे से आसानी से सफर कर सकेंगे। बनने वाले हाईवे की चौड़ाई 15 फीट होगी। इसे बाद में दो लेन और चार लेन में विकसित करने की योजना है। एक बार व्यवहार्यता सर्वेक्षण पूरा हो जाने के बाद, भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही शुरू हो जाएगी।
हाईवे से सबसे ज्यादा फायदा श्रद्धालुओं को होगा। वे ढोक प्रस्तुत करने के लिए सिरसा से सालासर (राजस्थान) तक यात्रा करते हैं। पंजाब और हरियाणा में सिख समुदाय का पवित्र तीर्थ स्थल साहवा भी नवनिर्मित राजमार्ग पर स्थित होगा। हर साल पंजाब और हरियाणा से हजारों श्रद्धालु साहवा आते हैं। इससे सिरसा से हनुमानगढ़ आने वाले लोगों को फायदा होगा।
सर्वे का काम एक फर्म को सौंपा गया है। जिन्होंने चूरू की ओर से सर्वे शुरू किया। सर्वे टीम हाईवे के नीचे की सड़कों के आसपास निर्माण के दौरान बाधा उत्पन्न करने वाले क्षतिग्रस्त पुल के पहलुओं को सर्वे रिपोर्ट में बताएगी। जांच रिपोर्ट विभाग से मिलने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय को सौंपी जायेगी. विनोद शर्मा, एक्सईएन, राष्ट्रीय राजमार्ग सार्वजनिक निर्माण विभाग चूरू