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राजस्थान में जर्जर की सड़कों पर लोगों को चलने से लगता डर, रोजाना होते हैं हादसे 

भीलवाड़ा जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों में जर्जर सड़कों की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। इन खराब और टूट-फूट वाली सड़कों के कारण आए दिन हादसों की घटनाएँ सामने आ रही हैं, जिससे स्थानीय निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सड़कों के इन खस्ताहाल होने के कारण न केवल वाहनों का चलना मुश्किल हो रहा है, बल्कि पैदल चलने वालों के लिए भी जोखिम बना हुआ है।
 
राजस्थान में जर्जर की सड़कों पर लोगों को चलने से लगता डर, रोजाना होते हैं हादसे

Rajasthan News : भीलवाड़ा जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों में जर्जर सड़कों की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। इन खराब और टूट-फूट वाली सड़कों के कारण आए दिन हादसों की घटनाएँ सामने आ रही हैं, जिससे स्थानीय निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सड़कों के इन खस्ताहाल होने के कारण न केवल वाहनों का चलना मुश्किल हो रहा है, बल्कि पैदल चलने वालों के लिए भी जोखिम बना हुआ है।

भीलवाड़ा जिले के कुछ गांवों की मुख्य सड़कें कई वर्षों से मरम्मत के बिना चल रही हैं, जिससे इन रास्तों पर गहरे गड्ढे और मिट्टी की परतें बन गई हैं। ऐसे में तेज रफ्तार से चलने वाले वाहन अक्सर अनियंत्रित हो जाते हैं, और कई बार गंभीर दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ता है। सबसे ज्यादा प्रभावित आत्मा, ग्राम मण्डल और भीलवाड़ा-राजगढ़ सड़क मार्ग के लोग हैं, जहां दुर्घटनाएँ आम हो गई हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि कई बार प्रशासन और स्थानीय नेताओं से इस समस्या को लेकर शिकायतें की गई हैं, लेकिन न तो मरम्मत का कोई ठोस कदम उठाया गया और न ही कोई प्रभावी समाधान प्रदान किया गया। इससे स्थानीय लोग बहुत परेशान हैं, क्योंकि खराब सड़कों पर आवागमन करना उनके लिए खतरे से खाली नहीं है।

हाल ही में, ग्राम वाना से गुजरने वाली एक प्रमुख सड़क पर एक गंभीर दुर्घटना हुई, जिसमें एक वाहन चालक घायल हो गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क पर गहरे गड्ढे और मिट्टी के ढेर होने के कारण वाहन चालक संतुलन खो बैठते हैं। कई अन्य जगहों पर भी ऐसी ही दुर्घटनाएँ हो चुकी हैं। इन हादसों के कारण कई परिवारों ने अपनी जान गंवाई और अन्य लोग घायल हो गए।

ग्रामीणों ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन से मांग की है कि इन जर्जर सड़कों की शीघ्र मरम्मत की जाए। उन्होंने कहा कि कई वर्षों से सड़कें खराब होने के बावजूद अधिकारियों ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि सड़कों की मरम्मत से न केवल सड़क हादसों पर नियंत्रण पाया जा सकेगा, बल्कि ग्रामीणों की यात्रा भी सुरक्षित और सुगम होगी।

इस समस्या पर स्थानीय नेताओं और विधायकों की प्रतिक्रियाएँ भी सामने आई हैं। उन्होंने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए सरकार से शीघ्र कार्यवाही की अपील की है। कई नेताओं ने यह भी कहा कि यह सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी बनती है कि वह ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं जैसे सड़कें, स्वास्थ्य सेवाएँ, और शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाए।

भीलवाड़ा जिले की जर्जर सड़कों की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है, जिससे स्थानीय लोगों के लिए सुरक्षित आवागमन में कठिनाई उत्पन्न हो रही है। इस मुद्दे को शीघ्र हल करना चाहिए ताकि सड़क हादसों को रोका जा सके और ग्रामीणों को सुरक्षित यात्रा करने का अवसर मिले। सरकार और प्रशासन से उम्मीद की जाती है कि वे इस महत्वपूर्ण समस्या पर ध्यान देंगे और जल्द से जल्द सड़क मरम्मत के कार्य को पूरा करेंगे।