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प्रेग्नेंसी और डिलीवरी में नहीं होगी मुश्किल, प्रेग्नेंट महिलाएं करें ये योगासन

 
प्रेग्नेंसी

प्रेग्नेंसी फेज हर महिला के लिए बेहद सुखद अहसास होता है, लेकिन इसी के साथ जिम्मेदारी भी होती है…अपनी और होने वाले शिशु की सेहत का ख्याल रखने की. इसके लिए प्रेग्नेंसी के दौरान खानपान तो बेहतर रखना ही चाहिए वहीं डेली रूटीन में कुछ योगासन भी किए जा सकते हैं. ये योगासन आपको प्रेग्नेंसी के दौरान तो हेल्दी रखने में मदद करेंगे ही, इसके साथ ही डिलीवरी में भी आसानी होती है.

प्रेग्नेंसी के दौरान जितना जरूरी होता है कि पोषक तत्वों से भरपूर खाना खाएं, उतना ही जरूरी होता है कि फिजिकली एक्टिव रहा जाए. इससे प्रेग्नेंसी के 9 महीनों के दौरान मां खुद को और शिशु को हेल्दी रख पाती है. फिलहाल जान लेते हैं कुछ योगासन जो महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान कर सकती हैं.

बद्धकोणासन

प्रेग्नेंसी के दौरान बद्धकोणासन करना काफी फायदेमंद रहता है, क्योंकि ये पैल्विक अंगों की मांसपेशियों को आराम दिलाने में मदद करता है और ब्लड सर्कुलेशन में भी आराम दिलाता है. नॉर्मल डिलीवरी को आसान बनाने में भी ये योगासन कारगर माना जाता है.

वज्रासन

प्रेग्नेंट महिलाओं को डेली रूटीन में वज्रासन भी करना चाहिए. दरअसल प्रेग्नेंसी में महिलाओं को पाचन संबंधित समस्याओं से बचकर रहना चाहिए, वहीं ये योगासन पाचन को सुधारने में मदद करता है. इसके अलावा वज्रासन से पेल्विक, पीठ, जांघ की मांसपेशियां मजबूत होने के साथ ही शिशु को भी फायदा मिलता है.

ताड़ासन

प्रेग्नेंट महिलाओं को ताड़ासन करने से भी काफी फायदा मिलता है. इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर तरीके से होता है और प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले कमर व पीठ दर्द से भी राहत मिलती है.

सुखासन करें

प्रेग्नेंसी में महिलाओं में मूड में चिड़चिड़ापन होने की, मूड स्विंग होना जैसी दिक्कतें भी होने लगती हैं. सुखासन इस दौरान स्ट्रेस, थकान, एंग्जायटी से बचाने में हेल्प करता है. इस आसन को करने से शिशु को भी फायदा मिलता है और आपके शरीर को भी काफी रिलैक्स मिलता है.

वीरभद्रासन

प्रेग्नेंट महिलाओं को डेली रूटीन में वीरभद्रासन का अभ्यास भी करना चाहिए. इस आसन से मांसपेशियों में होने वाली अकड़न और दर्द से राहत मिलती है, इसके साथ ही प्रेग्नेंट महिलाएं गैस्ट्रिक समस्याओं जैसे एसिडिटी, ब्लोटिंग से भी बची रहती हैं. इस आसन को करने से कूल्हे भी खुलते हैं, जिससे डिलीवरी के दौरान ज्यादा परेशानी नहीं होती है.

यह बात रखें ध्यान

प्रेग्नेंसी के दौरान हर चीज को लेकर ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत होती है. इसलिए योगासन करते वक्त शरीर पर ज्यादा प्रेशर देने की कोशिश न करें. इसके अलावा शुरुआत में एक्सपर्ट की देखरेख में ही योगासन करें और जब भी योगा करें तो किसी न किसी को साथ में जरूर रखें.