Railway News: रेल यात्रियों के लिए गुड न्यूज, राजस्थान से एमपी तक नई रेल लाइन से सफर होगा सुहाना

Railways News : राजस्थान से मध्यप्रदेश यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए राहत की खबर हैं, अब इन दोनों राज्यों को जोड़ने के लिए रामगंजमंडी-भोपाल रेल लाइन पर इस साल नई ट्रेनों का सफर शुरू हो जाएगा, इसका काम बहुत तेजी से चल रहा हैं क्योंकी सरकार के निर्देश हैं की इस प्रयोजन को जल्द से जल्द समापन करना हैं।
इसकी सूचना जबलपुर शहर के जीएम ने दी हैं और बताया हैं की जल्द ही यहाँ ट्रेनों का आना जाना भी शुरू हो जाएगा। गुरुवार शाम जीएम शोभना बंदोपाध्याय ब्यावरा रेलवे स्टेशन के निरीक्षण पर पहुंचीं। वह ग्वालियर से शिवपुरी, बदरवास, गुना और रुठियाई होते हुए शाम करीब साढ़े चार बजे ब्यावरा पहुंचीं।
यहां उन्होंने रेलवे के हर विभाग का बारीकी से निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। ब्यावरा रेलवे स्टेशन पर चल रहे 20 करोड़ रुपये की लागत वाले रीडवलपमेंट कार्य की प्रगति को लेकर जीएम ने नाराजगी जताई। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यह काम पहले ही चार महीने पिछड़ चुका है, इसे जल्द से जल्द पूरा किया जाए ताकि लोकार्पण की तारीख घोषित की जा सके। इस दौरान जीएम ने रामगंजमंडी-भोपाल रेल लाइन का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इस रूट पर हर सेक्शन में बड़े स्तर पर काम जारी है। इसका लक्ष्य इसी वित्तीय वर्ष में पूरा कर, रूट पर ट्रेनों का संचालन शुरू करना है।
रेल लाइन के शुरू होने से मध्यप्रदेश और राजस्थान के बीच यात्रियों को सीधी और सुगम रेल सेवा मिलेगी। यात्रियों की सुविधाओं के लिए स्टेशन का विकास किया जा रहा है। साथ ही सेवाओं का भी विस्तार होगा। हर काम का बारीकी से निरीक्षण किया जा रहा है शोभना बंदोपाध्याय, जीएम, पश्चिम मध्य रेलवे। रेलवे स्टेशन पर जीएम का दौरा करीब सात साल बाद हुआ है। इससे पहले दिसंबर 2018 में जबलपुर जोन के तत्कालीन जीएम ने यहां का दौरा किया था।
इस बार पहली बार किसी महिला जीएम ने स्टेशन का निरीक्षण किया। हालांकि रामगंजमंडी-भोपाल रेल परियोजना में जमीन अधिग्रहण की अड़चन अभी भी चुनौती बनी हुई है। नरसिंहपुर के बड़ोदिया तालाब क्षेत्र में जमीन विवाद सुलझाया जा रहा है। कुरवार के तुर्कीपुरा गांव के किसानों को मना लिया गया है, लेकिन साल 2017 में अधिग्रहित की गई जमीन का मुआवजा किसानों को अब तक नहीं मिल पाया है। इससे काम में कुछ दिक्कतें बनी हुई हैं। रेल अधिकारियों का कहना है कि प्रशासनिक स्तर पर प्रयास जारी हैं और जल्द ही बाकी बची अड़चनें दूर कर ली जाएंगी। परियोजना के पूरे होते ही मध्यप्रदेश और राजस्थान के बीच यात्री सफर और माल परिवहन में बड़ी सुविधा मिलेगी।