Rajasthan News : राजस्थान में हुआ भीषण सड़क हादसा, उज्जैन से दिल्ली जा रहे 30 यात्री गंभीर घायल
राजस्थान में सड़क दुर्घटनाएं एक गंभीर समस्या बन चुकी हैं। हाल ही में दौसा और बांसवाड़ा जिलों में दो बड़े और दर्दनाक सड़क हादसों ने हर किसी को झकझोर दिया। इन हादसों में दर्जनों लोग घायल हुए और दो लोगों की मौत हो गई। यह घटनाएं रोड सुरक्षा की स्थिति को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती हैं।
Rajasthan News : राजस्थान में सड़क दुर्घटनाएं एक गंभीर समस्या बन चुकी हैं। हाल ही में दौसा और बांसवाड़ा जिलों में दो बड़े और दर्दनाक सड़क हादसों ने हर किसी को झकझोर दिया। इन हादसों में दर्जनों लोग घायल हुए और दो लोगों की मौत हो गई। यह घटनाएं रोड सुरक्षा की स्थिति को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती हैं।
दौसा जिले में दर्दनाक सड़क हादसा
दौसा जिले के नांगल राजावतान थाना क्षेत्र, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर यह हादसा पिलर संख्या 198 के पास हुआ, जहां एक स्लिपर कोच बस और एक अज्ञात ट्रेलर के बीच टक्कर हो गई। हादसे में दो दर्जन से अधिक यात्री घायल हो गए। घटना इतनी भीषण थी कि बस का आगे का हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। यात्रियों में सोनीपत, दिल्ली और गुड़गांव के निवासी शामिल थे, जो उज्जैन से दिल्ली जा रहे थे।
घायलों की स्थिति और उपचार
हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और आधा दर्जन एंबुलेंस को घायलों की मदद के लिए बुलाया। सभी घायलों को दौसा जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। हादसे के बारे में बताया जा रहा है कि बस के चालक ने पीछे से ट्रेलर को टक्कर मारी थी, जिससे यह हादसा हुआ। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बांसवाड़ा में भीषण सड़क हादसा
बांसवाड़ा जिले के खमेरा थाना क्षेत्र, काली घाटी बुधवार रात को बांसवाड़ा में एक और भीषण सड़क हादसा हुआ। इस हादसे में दो मोटरसाइकिलें आमने-सामने टकरा गईं, जिसमें दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों की पहचान रोशन और महावीर के रूप में हुई है। घायल युवकों में आनंद, अरविंद और दीपक शामिल हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद एमजी अस्पताल रेफर कर दिया गया।
हादसे का कारण
पुलिस के अनुसार, यह हादसा तेज रफ्तार या लापरवाही के कारण हो सकता है, लेकिन इसके वास्तविक कारणों की जांच की जा रही है। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया गया है और घायलों के इलाज में अस्पताल सहयोग कर रहा है।
राजस्थान में सड़क सुरक्षा की स्थिति पर सवाल
यह दोनों हादसे एक बार फिर यह दर्शाते हैं कि राजस्थान में सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन सख्ती से नहीं हो रहा है। एक्सप्रेसवे और प्रमुख सड़कों पर तेज रफ्तार और लापरवाही से होने वाले हादसों को रोकने के लिए सरकार और प्रशासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत है।राजस्थान के विभिन्न जिलों में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को लेकर अब आवाज उठने लगी है, जिससे यह साबित होता है कि सड़क सुरक्षा के उपायों को और मजबूत करने की आवश्यकता है।
सड़क पर तेज रफ्तार रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाए। सभी वाहन चालकों और यात्रियों को हेलमेट और सीट बेल्ट के प्रयोग के लिए प्रेरित किया जाए। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रमुख स्थानों पर चेतावनी संकेत और ट्रैफिक नियमों का पालन कराया जाए। लापरवाह ड्राइविंग करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।