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राजस्थान के सीएम भजनलाल का आज डूंगरपुर दौरा, इन विकास के कार्यों का करेंगे प्रचार 

रविवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने डूंगरपुर जिले का दौरा किया और आसपुर विधानसभा क्षेत्र के खेरमाल गांव में श्री जांबूखंड भैरव मंदिर के जीर्णोद्धार महोत्सव में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने राज्य में धार्मिक और तीर्थ स्थलों के विकास के लिए किए गए प्रयासों और डूंगरपुर को दी गई सौगातों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री के इस दौरे से डूंगरपुर जिले के विकास और धार्मिक स्थलों की ओर सरकार की प्रतिबद्धता को बल मिला है।
 
राजस्थान के सीएम भजनलाल का आज डूंगरपुर दौरा, इन विकास के कार्यों का करेंगे प्रचार

Rajatshan News : रविवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने डूंगरपुर जिले का दौरा किया और आसपुर विधानसभा क्षेत्र के खेरमाल गांव में श्री जांबूखंड भैरव मंदिर के जीर्णोद्धार महोत्सव में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने राज्य में धार्मिक और तीर्थ स्थलों के विकास के लिए किए गए प्रयासों और डूंगरपुर को दी गई सौगातों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री के इस दौरे से डूंगरपुर जिले के विकास और धार्मिक स्थलों की ओर सरकार की प्रतिबद्धता को बल मिला है।

खेरमाल गांव पहुंचने पर मुख्यमंत्री का स्वागत भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं ने हेलीपेड पर किया। इसके बाद वे सीधे भैरव मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने दर्शन और पूजा-अर्चना की। महोत्सव समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की विरासत और संस्कृति को संजोने के साथ-साथ इसके विकास पर भी विशेष ध्यान दे रही है। मुख्यमंत्री ने धार्मिक स्थलों के समग्र विकास की योजना को साझा किया और कहा कि सरकार इस दिशा में लगातार काम कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में धार्मिक टूरिस्ट सर्किट बनाने के लिए बजट घोषणा की गई है, जिससे वागड़ क्षेत्र के धार्मिक स्थलों का भव्य रूप से विकास होगा।

मुख्यमंत्री ने तीर्थ यात्रा योजना का जिक्र करते हुए कहा कि अब तक हजारों श्रद्धालुओं को यात्रा का लाभ मिल चुका है। इस योजना के तहत आने वाले समय में 6,000 तीर्थयात्रियों को हवाई यात्रा और 50,000 श्रद्धालुओं को एसी ट्रेन से तीर्थ यात्रा करवाई जाएगी। यह योजना प्रदेश के श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो रही है, जिससे वे आसानी से और सस्ती दरों पर अपने धार्मिक स्थलों की यात्रा कर सकेंगे।

मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा मंदिरों के उत्थान के लिए किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि सरकार ने 8 प्रमुख मंदिरों के लिए करोड़ों रुपये का बजट आवंटित किया है। इसके तहत पुजारियों के मानदेय में भी वृद्धि की गई है और मंदिरों में भोग की राशि बढ़ाई गई है। इसके साथ ही, आदिवासी महापुरुषों के नाम पर छात्रावास और पैनोरमा का निर्माण किया जा रहा है, ताकि उनकी संस्कृति और योगदान को सम्मानित किया जा सके।