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राजस्थान सरकर ने बिजली के लिए बनाया खास plan, थर्मल और अक्षय ऊर्जा से 31825 मेगावाट बिजली का होगा उत्पादन

 
government of rajasthan

government of rajasthan राजस्थान राज्य अब ऊर्जा क्षेत्र में नए उत्थान की ओर बढ़ रहा है। केंद्र सरकार के निवेश के साथ, राजस्थान अब आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इस निवेश के माध्यम से राज्य में ऊर्जा क्षेत्र में 2 लाख 24 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा।
 

निवेश की राशि    2,24,000 करोड़ रुपए
इस निवेश के बाद, प्रदेश में थर्मल और अक्षय ऊर्जा से 31825 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। इन परियोजनाओं के साथ, राजस्थान ऊर्जा क्षेत्र में सरप्लस स्टेट बनेगा।


ऊर्जा क्षेत्र में उत्पादन की विस्तार संख्या
थर्मल ऊर्जा से उत्पादन: 20,000 मेगावाट
अक्षय ऊर्जा से उत्पादन: 11,825 मेगावाट


इससे प्रदेश में ऊर्जा संकट को दूर करने में सहायक होगा, और लोगों को निरंतर बिजली की आपूर्ति का लाभ मिलेगा। विकास के इस कदम से न केवल ऊर्जा क्षेत्र में नई रोशनी मिलेगी, बल्कि साथ ही राजस्थान की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।


इस निवेश के परिणामस्वरूप, 2030 तक प्रदेश में बेसलोड डिमांड का 20,000 मेगावाट और अधिकतम मांग का 30,000 मेगावाट का पूर्ति होगा।
राजस्थान की ऊर्जा क्षेत्र में यह नया कदम सरकार के प्रयासों का परिणाम है, जो आत्मनिर्भर भारत की मिशन को अग्रसर करते हुए राज्य को ऊर्जा स्वावलंबी बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। यह निवेश न केवल ऊर्जा क्षेत्र में विकास का रास्ता प्रशस्त करेगा, बल्कि राजस्थान को आर्थिक संपन्नता की ओर अग्रसर करेगा।


यह साथियों, ऊर्जा क्षेत्र में इस उत्थान का समर्थन दें और राजस्थान को नई ऊर्जा संभावनाओं की ओर अग्रसर करने में मदद करें। एक सशक्त और आत्मनिर्भर ऊर्जा संसाधन की ओर बढ़ता राजस्थान एक समृद्ध और विकसित भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।