राजस्थान के नेता पूनिया ने कांग्रेस के नेताओं द्वारा बोले गए ब्यान का दिया जवाब, देखें पूरी जानकारी यहां
Rajasthan News: आज भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और हरियाणा प्रभारी डॉक्टर सतीश पूनिया टोंक पहुंचे, जहां भाजपाइयों ने जोरदार स्वागत किया. इस दौरान डॉक्टर सतीश पूनिया ने मीडिया से बातचीत करते हुए कांग्रेस पर जोरदार पलटवार किया. इस दौरान पूनिया ने कांग्रेस के धारा 370 को फिर से लाने के बयानों और बंटेंगे तो कंटेंगे को लेकर पलटवार करते हुए कहा कि बोलने वाले और सुनने वालों की सोच में फर्क हो सकता है.
इसमें कोई परहेज नहीं है, इसमें कोई संकोच नहीं है कि दुनिया का सबसे बड़ा धर्म सनातन है, हिंदुस्तान में हम बरसों से बिना जाती, मजहब, पंथ के बिना रहते आए हैं, शांति और सुरक्षा से रहते हुए आए हैं. देश की समृद्धि का भी यही कारण था, इसलिए कोई अगर अपने परिवार की एकता की बात करें, उस नारे का, उस भावना का, कोई गलत अर्थ लगाए तो दुनिया में उसका कोई स्पष्टीकरण नहीं हो सकता और सामान्य तौर पर हिंदुस्तान के जाए सब लोग एक रहे, ताकि हिंदुस्तान की ताकत बढ़े. देश के प्रधानमंत्री सबका साथ सबका विकास की बात करते हैं, वो पूरे 140 करोड़ लोगों के लिए कहीं है, हम सब लोग इस देश की शान्ति सुरक्षा के लिए एकजुट होकर काम करें, मनतव्य यही है
बाकी जिसको जो अर्थ लगाना है लगाए, हमारी तरफ से स्वतंत्र है.विजय बैंसला के देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव से दूरियों और पार्टी में गुटबाजी के सवाल पर भी पूनिया ने कहा कि राजनीति है और मैं उस पर खुलकर पुरी तरह से नहीं कह सकता हूं, राजनीति में काम करने वाले लोगों का अपना मिजाज, अपनी व्यस्थताएं और उनके अपनी जिम्मेदारियां होती है, किसी व्यक्ति की अनुपस्थिति या उपस्थिति यह कोई सियासत का कारण नहीं होता है. हम इस सीट को जीतने के लिए प्रतिबद्ध है. आंधी आए या तूफान आए,
हम इस सीट को हर हाल में जीतेंगे, पार्टी के भीतर जितनी भी चीजे है, चर्चाएं है, प्रबंधन की रणनीति की बात कही है उसको बहुत अच्छे से दुरूस्त किया है, फिर भी कोई कमी खामी रहेगी तो उसे दूर करेंगे.वहीं, कांग्रेस नेताओं के भाजपा पर सरकार के दुरुपयोग करने के आरोपों पर भी पूनिया ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस पर हमेशा यह लागू होता है कि मीठा मीठा गप-गप, खारा-खारा थू-थू, कांग्रेस सरकार में कुछ भी करे उनको लगता है कि हम ठीक कर रहे है.राजस्थान के उपचुनावों में वसुंधरा राजे की दुरियों को लेकर भी सतीश पूनिया ने सफाई देते हुए कहा कि मुझे नहीं लगता है कि वो
राजस्थान की दो बार मुख्यमंत्री रही है, केंद्रीय मंत्री रही है और अभी पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष है, मुझे लगता है कि उनके सम्मान को पार्टी से कोई गायब नहीं कर सकता है और इसलिए उनकी अनुपस्थिति को लेकर मैं हमेशा सुनता हूं, राजनीतिक तौर पर उनकी हमेशा चर्चा होती है, लेकिन वसुंधरा जी की मंशा में, उनकी नियत में, उनके समर्पण में कतई कोई कमी नहीं है, उनकी अपनी व्यस्थताएं है, जिम्मेवारियां है, पारिवारिक व्यस्थताएं हो सकती है, वसुंधरा जी की अनुपस्थिति मुझे नहीं लगता है कि कोई राजनीतिक कारण है. पार्टी की सम्मानित सदस्य है और पार्टी के भले के लिए सोचती भी है और करती भी है.