हरियाणा सरकार की 67 कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई, जानें खास वजह
Haryana News: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (एचबीएसई) ने इस वर्ष परीक्षा में नकल रोकने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। बोर्ड के अध्यक्ष प्रो. डॉ। पवन शर्मा ने स्पष्ट किया है कि परीक्षा में अनुचित साधनों का प्रयोग किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं होगा। इस बार परीक्षा के दौरान लापरवाही बरतने वाले 67 कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की संस्तुति की गई है। 490 अभ्यर्थी नकल करते पकड़े गए, जबकि 68 मामलों में एफआईआर दर्ज की गई।
बोर्ड परीक्षा के दौरान कई परीक्षा केंद्रों पर नजर रखी गई और अधिकारियों को परीक्षा संचालन में देरी न करने के सख्त निर्देश दिए गए। इसके बावजूद कुछ परीक्षा केंद्रों पर अनियमितताएं सामने आईं, जिसके चलते बोर्ड ने तत्काल कार्रवाई करने का निर्णय लिया। भविष्य में परीक्षा प्रणाली को अधिक पारदर्शी और विश्वसनीय बनाने के लिए अब नकलचियों के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है।
बोर्ड परीक्षाओं में नकल पर कड़ा प्रहार हरियाणा बोर्ड ने इस बार परीक्षा के दौरान किसी भी परीक्षा केंद्र पर नकल को बढ़ावा देने वालों को पकड़ने के लिए प्रौद्योगिकी का व्यापक उपयोग किया। बोर्ड द्वारा नियुक्त उड़नदस्तों ने औचक निरीक्षण किया और कई स्थानों पर विद्यार्थियों को नकल करते पकड़ा। कई स्कूलों में शिक्षक और अन्य कर्मचारी भी इसमें संलिप्त पाए गए और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है।
बोर्ड के अनुसार परीक्षा प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाने के लिए कड़े नियम लागू किए गए हैं। परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे और लाइव निगरानी की जा रही थी। इसके बावजूद कुछ परीक्षा केन्द्रों पर नकल करने का प्रयास किया गया, जिन्हें बोर्ड की सतर्कता टीम ने तुरंत पकड़ लिया।
सैनी सरकार ने किसानों के लिए खुला सौगातों का पिटारा, अब इन किसानों को मिलेंगे 8000 रुपये प्रति एकड़
67 कर्मचारियों पर गिरी गाज बोर्ड अध्यक्ष प्रो. डॉ। पवन शर्मा ने कहा कि परीक्षा को पूरी तरह नकल मुक्त बनाने के लिए प्रशासन के सहयोग से सख्त कदम उठाए गए हैं। धोखाधड़ी में संलिप्त पाए गए 490 छात्रों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की गई तथा 68 मामलों में एफआईआर दर्ज की गई। इसके अलावा परीक्षा के दौरान लापरवाही बरतने वाले 67 कर्मचारियों को भी पत्र लिखा गया है।
बोर्ड की सख्ती का असर दिखने लगा है। कई जिलों में नकल माफिया की गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है और परीक्षा केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई है। कई परीक्षा केन्द्रों पर विशेष दल तैनात किए गए थे, जो लगातार निगरानी रखते थे और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना देते थे।