हरियाणा के इस जिले में बनेगी पहली IIT, केंद्र ने दी 6 जिले में भूमि खोज की मंजूरी, जानें
IIT in Haryana : हरियाणा सरकार राज्य में पहला भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) स्थापित करेगी। संस्थान निदेशालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) से निर्देश मिलने के बाद तकनीकी शिक्षा विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। तकनीकी शिक्षा निदेशक ने गुरुवार को राज्य के सभी उपायुक्तों को पत्र लिखकर हरियाणा में आईआईटी (IIT) स्थापित करने के लिए स्थान उपलब्ध कराने की मांग की है।
जाहिर है, प्रवेश जेईई मेन और जेईई एडवांस के आधार पर होगा। लेकिन इस नए परिसर से आईआईटी (IIT) सीटों की संख्या में निश्चित रूप से वृद्धि होगी। इस परियोजना में भूमि अधिग्रहण की समस्या ही एकमात्र बाधा है। सरकार ने 300 एकड़ जमीन अधिग्रहण करने की शर्त रखी है। इसमें भी केंद्र और राज्य सरकारें तय करेंगी कि चिन्हित स्थल पर परियोजना शुरू की जाए या नहीं। तभी परियोजना को हरी झंडी मिलेगी।
सभी जमीन की तलाश में हैं!
हरियाणा सरकार द्वारा विभिन्न स्थानों पर भूमि का चयन करने के बाद प्रस्ताव तैयार कर केंद्र को भेजा जाएगा। इसके बाद, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की एक टीम हरियाणा का दौरा करेगी और एक भूमि पर परियोजना को मंजूरी देगी। केंद्र की मंजूरी के बाद जहां प्रशासनिक अधिकारी अभी शांत हैं, वहीं राज्य के कई सांसदों ने आईआईटी (IIT) को अपने निर्वाचन क्षेत्रों में ले जाने की तैयारी शुरू कर दी है। सांसद इसके लिए जमीन की तलाश भी कर रहे हैं।
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हरियाणा में आईआईटी (IIT) कहां बनेगा?
करनाल से सांसद एवं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल, गुरुग्राम से राव इंद्रजीत और फरीदाबाद से कृष्णपाल गुर्जर यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं कि यह परियोजना उनके लोकसभा क्षेत्रों में पहुंचे। इन शहरों में जमीन की कमी के कारण भिवानी के सांसद धर्मबीर ने भी अपने लोकसभा क्षेत्र में आईआईटी (IIT) के लिए जमीन उपलब्ध कराने की इच्छा जताई है। हालांकि, राज्य के हिसार, करनाल, गुरुग्राम, कुरुक्षेत्र, फरीदाबाद और भिवानी जिलों में आईआईटी (IIT) के लिए भूमि की पहचान की जा सकती है।