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हरियाणा के किसानों को सैनी सरकार की एक और बड़ी सौगात, प्रदेश के हर जिले में खुलेगी बीज टेस्टिंग लैब

 
 

Haryana News: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने बजट पेश करते हुए किसानों और पशुपालकों के लिए कई बड़ी घोषणाएं की हैं राज्य के किसान अब लीची, स्ट्रॉबेरी और खजूर की खेती कर सकेंगे।

'मेरा पानी-मेरी विरासत' योजना के तहत अब किसानों को धान की खेती छोड़ने पर 7,000 रुपये के बजाय 8,000 रुपये प्रति एकड़ मिलेंगे। पराली प्रबंधन के लिए सब्सिडी बढ़ाकर 1,200 रुपये प्रति एकड़ कर दी गई है।

इन जिलों में खुलेंगे लीची, स्ट्रॉबेरी और खजूर के उत्कृष्टता केंद्र हरियाणा में 11 उत्कृष्टता केंद्र पहले से ही चालू हैं, जबकि तीन और निर्माणाधीन हैं। सरकार अब अंबाला में लीची, यमुनानगर में स्ट्रॉबेरी तथा हिसार में खजूर की खेती के लिए नए उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करेगी।

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मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि इससे किसानों की आय बढ़ेगी और वे पारंपरिक खेती से हटकर अधिक लाभदायक फसलों की ओर रुख कर सकेंगे।

गन्ना कटाई के लिए हार्वेस्टर पर सब्सिडी गन्ना किसानों को राहत देने के लिए सरकार हार्वेस्टर मशीनों पर सब्सिडी देगी। इसके अलावा, सभी मंडियों में फसलों की बिक्री के लिए गेट पास अनिवार्य किया जाएगा तथा ई-नाम पोर्टल के साथ एकीकरण सुनिश्चित किया जाएगा।

फसलों के लिए गुणवत्तापूर्ण बीज सुनिश्चित करने के लिए हर जिले में बीज परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगी। अब तक यह सुविधा केवल करनाल, पंचकूला, सिरसा और रोहतक में ही उपलब्ध थी। अब शेष 18 जिलों में भी बीज प्रमाणीकरण एजेंसी के तहत प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगी।

हरियाणा में झज्जर, रोहतक और दादरी सहित कई जिलों में लवणीय और क्षारीय मिट्टी की समस्या है। पिछले वर्ष 62,000 एकड़ भूमि में सुधार किया गया। इस बार सरकार ने इसे बढ़ाकर एक लाख एकड़ करने का लक्ष्य रखा है।

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हरियाणा में महिला किसानों को डेयरी खोलने के लिए 1 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण मिलेगा। यह योजना महिला सशक्तिकरण को ध्यान में रखकर क्रियान्वित की गई है।

प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए देशी गायों की खरीद पर सब्सिडी 25,000 रुपये से बढ़ाकर 30,000 रुपये कर दी गई है। पहले यह सहायता केवल 2 एकड़ भूमि वाले किसानों को ही उपलब्ध थी, लेकिन अब 1 एकड़ भूमि वाले किसान भी इसका लाभ उठा सकेंगे।

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