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स्कूलों में डेढ़ महीने महीने से लगे ताले अब खुल चुके हैं, सरकारी स्कूलों में फिर लौटेगी रौनक

पिछले डेढ़ महिनें से स्कूलों को लगे ताले अब खुल चूकें हैं। राजस्थान में गर्मियों की छूटियाँ अब समाप्त हो चुकी हैं आज से सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल वापिस से लगने लग गए हैं। 
 
स्कूलों में डेढ़ महीने महीने से लगे ताले अब खुल चुके हैं, सरकारी स्कूलों में फिर लौटेगी रौनक

Rajatshan News : पिछले डेढ़ महिनें से स्कूलों को लगे ताले अब खुल चूकें हैं। राजस्थान में गर्मियों की छूटियाँ अब समाप्त हो चुकी हैं आज से सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल वापिस से लगने लग गए हैं। 

राजस्थान के स्कूलों में अत्यधिक छात्र लानें के लिए स्कूल स्टाफ व ग्रामीण के नागरिक निरंतर प्रयास कर रहें हैं। राजस्थान में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने के उद्देश्य से शुरू किया गया है. मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान का पहला चरण 15 अप्रैल से 16 मई तक सफलतापूर्वक संपन्न हुआ. उसके बाद स्कूलों में ग्रीष्म कालीन अवकाश के चलते स्कूलें डेढ़ माह के लिए बंद हो गई. ऐसे में अब दूसरा चरण 1 जुलाई से 24 जुलाई तक चलेगा. 

जिसमें सरकारी स्कूलों में शत-प्रतिशत नामांकन और बच्चों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने पर खास ज़ोर दिया जाएगा. शिक्षा सचिव कृष्ण कुणाल ने कहा कि हमने सर्वे करवाया था, हमारे पास डाटा है कि इस वर्ष कौन से बच्चे 6 साल के हो रहे हैं तो उन्हें स्कूल से जोड़ने के लिए हम सीधा अप्रोच कर लेंगे. बच्चे सरकारी स्कूल में जाएं या निजी स्कूलों में लेकिन शिक्षा से वंचित नहीं रहने चाहिए.प्रवेशोत्सव कार्यक्रम के दौरान प्रत्येक शनिवार को पीईईओ अपने क्षेत्राधीन समस्त विद्यालयों से साप्ताहिक रूप से अनामांकित एवं ड्रापआउट बालक/बालिकाओं के पहचान एवं उनके विद्यालय में प्रवेशित होने की स्थिति की रिपोर्ट लेंगे. यह रिपोर्ट पीईईओ विद्यालय छोड़ने से पूर्व संबंधित सीबीईओ को रिपोर्ट भेजेंगे. नव प्रवेशित विद्यार्थियों के उत्साहवर्द्धन एवं उनका विद्यालय में स्वागत के लिए वर्तमान सत्र में प्रवेश महोत्सव मनाया जाएगा. 

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि हम घुमंतुओं व अर्ध घुमंतू जाति के बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए मोबाइल स्कूल शुरू करने जा रहे हैं. जो कि जहां उनके दर होंगे वहीं पर स्कूल संचालित होगी और जब वह डेरे वहां से आगे जाएंगे तो अगली वाली मोबाइल स्कूल से होने जोड़ा जाएगा. सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के हर उस बच्चे तक शिक्षा पहुंचाने का प्रयास किया जाए. जो किसी भी कारण से शिक्षा ग्रहण नहीं कर पा रहा है. इसके साथ ही सरकारी स्कूलों में भी सरकार द्वारा नामांकन बढ़ाने के लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं. उम्मीद है विभाग के इन प्रयासों की सकारात्मक तस्वीरें आने वाले दिनों में जरूर देखने को मिल सकती है.