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राजस्थान में इन नए जिलों का पत्ता कटेगा, नहीं रहेंगे जिले, हो गया ऐलान 

राजस्थान की राजनीति में नए जिलों का गठन एक अहम मुद्दा बन गया है. हाल ही में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के बयान ने इस मुद्दे को और गरमा दिया है. उन्होंने संकेत दिया कि भाजपा सरकार कांग्रेस सरकार द्वारा बनाए गए कुछ नए जिलों को हटाने पर विचार कर रही है।
 
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Rajasthan News: राजस्थान की राजनीति में नए जिलों का गठन एक अहम मुद्दा बन गया है. हाल ही में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के बयान ने इस मुद्दे को और गरमा दिया है. उन्होंने संकेत दिया कि भाजपा सरकार कांग्रेस सरकार द्वारा बनाए गए कुछ नए जिलों को हटाने पर विचार कर रही है।

कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में राजस्थान में 17 नए जिले बनाए गए थे, लेकिन अब बीजेपी का कहना है कि इन जिलों को संशोधित किया जा रहा है. कई जिले कुछ लोगों को खुश करने या संतुष्ट करने के लिए बनाए गए थे।

मदन राठौड़ ने कहा कि बीजेपी सरकार द्वारा गठित एक कमेटी इन जिलों पर गौर कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि सांचौर, दूदू और केकड़ी जैसे जिलों की कोई वास्तविक जरूरत नहीं है और इन्हें केवल राजनीतिक लाभ के लिए बनाया गया है।

बीजेपी के मुताबिक, जिन जिलों की तलाश नहीं की गई, उन्हें जल्द ही खत्म किया जा सकता है. राठौड़ ने कहा कि 6 से 7 नए जिले खत्म हो सकते हैं.

बीजेपी की एक कमेटी इन जिलों की जरूरतों का अध्ययन कर रही है. जो जिले उचित मांग के आधार पर बनाए गए थे, उन्हें बरकरार रखा जाएगा, लेकिन जिन जिलों की कोई विशेष आवश्यकता नहीं है, उन्हें हटाने पर विचार किया जा रहा है।

राजस्थान में नए जिलों का मुद्दा आने वाले समय में और बड़ा हो सकता है, खासकर तब जब बीजेपी सरकार अपनी रिपोर्ट और फैसले जारी करेगी. यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा सरकार किन जिलों को अपने पास रखती है और किसे हटाने का फैसला करती है।