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 यूपी का यह शहर शहर गंगा एक्सप्रेसवे से सीधा जुड़ेगा! 123 करोड़ के खर्चे में बनाई जाएगी नई सड़क 

इस वर्ष के बजट में कई अहम परियोजनाओं का समावेश किया गया है, जो न केवल शहरों की कनेक्टिविटी को बढ़ाएंगी, बल्कि स्थानीय विकास में भी योगदान देंगी। गंगा एक्सप्रेस-वे और मां शाकंभरी कॉरिडोर जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स को बजट में जगह दी गई है, जो राज्य के विभिन्न हिस्सों में सुविधाओं का विस्तार करेंगे। इन योजनाओं के अलावा, ग्रामीण इलाकों के विकास के लिए भी कई कदम उठाए जा रहे हैं।
 
Ganga Expressway

Ganga Expressway: इस वर्ष के बजट में कई अहम परियोजनाओं का समावेश किया गया है, जो न केवल शहरों की कनेक्टिविटी को बढ़ाएंगी, बल्कि स्थानीय विकास में भी योगदान देंगी। गंगा एक्सप्रेस-वे और मां शाकंभरी कॉरिडोर जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स को बजट में जगह दी गई है, जो राज्य के विभिन्न हिस्सों में सुविधाओं का विस्तार करेंगे। इन योजनाओं के अलावा, ग्रामीण इलाकों के विकास के लिए भी कई कदम उठाए जा रहे हैं।

1. गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना

गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना की घोषणा ने उम्मीदों को नई दिशा दी है। लाखनौर से होते हुए यह मार्ग शहर को जोड़ने का काम करेगा, जिससे यात्रा के समय में कमी आएगी और ट्रैफिक की समस्या हल होगी। इस एक्सप्रेस-वे के बनने से न केवल परिवहन की सुविधा मिलेगी, बल्कि यह पर्यटन और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा।

2. मां शाकंभरी कॉरिडोर

मां शाकंभरी कॉरिडोर का समावेश भी इस बजट में किया गया है। यह परियोजना धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थानीय विकास में भी सहायक होगी। इससे क्षेत्र की कनेक्टिविटी में सुधार होगा और श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी।

3. नहरों की सफाई और अन्य कार्य

नहरों की सफाई और रखरखाव के लिए भी बजट में प्रावधान किया गया है। नहरों की सफाई से सिंचाई व्यवस्था बेहतर होगी और जल संचयन में मदद मिलेगी, जिससे कृषि उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा।

4. शिव मंदिर के लिए एक करोड़ की राशि

गांव जेहरा के शिव मंदिर के लिए एक करोड़ की रकम का प्रविधान किया गया है। यह राशि मंदिर के नवीकरण और उसके विकास के लिए उपयोग की जाएगी। इस कदम से स्थानीय पर्यटन और धार्मिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।

5. निवाड़ी फोरेंसिक लैब का विस्तार

निवाड़ी फोरेंसिक लैब में कई जिलों के नमूनों की जांच होती है, लेकिन अधिक नमूने होने के कारण रिपोर्ट आने में देरी होती है। अब जनपद में नई फोरेंसिक लैब बनने से सहारनपुर और आसपास के जनपदों के नमूनों की जांच जल्द हो सकेगी। इससे अपराधों की जांच और अपराधियों को सजा दिलाने की प्रक्रिया तेज होगी।

6. स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की उम्मीदें

शहर में नेफ्रोलाजी, कार्डियोलाजी और आर्थोलाजी जैसे विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी है। इसके अलावा, मेडिकल कॉलेज के नर्सिंग कॉलेज का विस्तार, पैरा मेडिकल केंद्र और स्पोटर्स इंजरी सेंटर की आवश्यकता महसूस की जा रही है। इन सब सुधारों से शहर में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा।

7. शैक्षिक संस्थानों का विस्तार

मां शाकुम्भरी विश्वविद्यालय के द्वितीय फेज के निर्माण के लिए शासन से स्वीकृति का इंतजार है। इसके साथ ही, शैक्षिक और गैर शैक्षणिक स्टाफ की नियमित नियुक्ति की प्रक्रिया के लिए भी शासन से स्वीकृति मिलनी चाहिए, ताकि शिक्षण व्यवस्था और प्रशासनिक कार्यों को सुचारू रूप से चलाया जा सके।

8. खेल और युवा कल्याण योजनाएं

ग्रामीण इलाकों में मिनी स्टेडियम का निर्माण और खेलों को बढ़ावा देने के लिए नई योजनाएं बनाई जा रही हैं। यह कदम युवाओं को खेलों में आगे बढ़ने का मौका देगा और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देगा।

9. परिवहन योजनाएं

14 किलोमीटर रिंग रोड के लिए डीपीआर के बजट की स्वीकृति का इंतजार है। इसके अलावा, शहर में इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के लिए भी योजनाएं बन रही हैं, जो प्रदूषण को कम करने और यात्रा की सुविधाओं को बढ़ाने में मदद करेंगी।

10. कमेले के लिए भूमि की आवश्यकता

शहर में कंबल मेलों को बाहर स्थानांतरित करने के लिए भूमि की आवश्यकता है। इससे मेले का आयोजन अधिक सुविधाजनक और व्यवस्थित तरीके से किया जा सकेगा।