UP Weather Update: यूपी से सर्दी हुई छूमंतर! होली के बाद से पड़ने लगेगी जोरों की गर्मी, देखें आज का वेदर

UP Weather 4 March: सोमवार को राज्य में तेज हवाएं चलने से गर्मी से कुछ राहत मिली। पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश में दिन में 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है, इसलिए तापमान में ज्यादा बढ़ोतरी होने की संभावना नहीं है।
मौसम विभाग के अनुसार 6 मार्च तक यही स्थिति बनी रहेगी, लेकिन 7 मार्च के बाद मौसम शुष्क रहेगा और तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है। सोमवार को लखनऊ में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 12.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मंगलवार को भी अधिकतम तापमान 30 डिग्री और न्यूनतम 13 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
इसी तरह राज्य के अन्य जिलों में भी तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहा। वाराणसी, बहराइच, प्रयागराज, बस्ती, हमीरपुर, कानपुर एएफए और बाराबंकी में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानियों के अनुसार, 7 मार्च के बाद हवा की गति कम हो जाएगी और तापमान बढ़ जाएगा।
इस दौरान धूप भी तेज होगी, इसलिए गर्मी का असर महसूस किया जा सकता है। उधर, सोमवार को लखनऊ में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 87 दर्ज किया गया, जो संतोषजनक श्रेणी में है। राज्य के कई जिलों में वायु गुणवत्ता सूचकांक संतोषजनक दर्ज किया गया। विशेषज्ञों ने बताया कि तेज हवाओं के कारण वायु प्रदूषण का स्तर नियंत्रण में रहा। हालांकि, आने वाले दिनों में तापमान बढ़ने के कारण AQI में मामूली बदलाव हो सकता है।
राज्य कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर के मौसम विभाग के हवाले से शैलेंद्र सिंह ढाका ने बताया कि तराई वाले जिले में रविवार रात न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि इससे पहले शनिवार रात न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री सेल्सियस था। ढाका के अनुसार, रात के तापमान में गिरावट का मुख्य कारण पहाड़ों पर बर्फबारी है। डॉ. ढाका, शुक्रवार और शनिवार को आसमान में फिर से बादल छाने का अनुमान है।
पीलीभीत में मौसम विभाग ने शुक्रवार और शनिवार को बादल छाए रहने का अनुमान जताया है। तराई जिले में सोमवार सुबह से ही तेज धूप खिली रही, जबकि रात में नमी अधिक होने से लोगों को ठंड का एहसास हुआ। उत्तराखंड में बर्फ वास्तव में ऊंची पर्वत चोटियों पर गिरती है। तेज पश्चिमी हवाएं चलीं, जिनका असर तराई जिलों में महसूस किया गया। इसके कारण रात का तापमान एक डिग्री गिर जाता है।