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वाहन मालिकों जरूर देखे, परिवहन सरकार टोल प्‍लाजा को लेकर बना रही विदेशी तकड़ा सीस्टम, इतने क‍िमी दूर होगा टोल बूथ, देखे...

 
gps-based toll collection system

gps-based toll collection system  केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी टोल प्लाजा के लिए नया फॉर्मूला तैयार कर रहे हैं. गडकरी ने राज्यसभा में कहा कि सरकार स्थानीय लोगों और कामकाजी लोगों को ध्यान में रखते हुए शहरों और औद्योगिक क्षेत्रों के 6-7 किमी के भीतर टोल प्लाजा स्थापित करने से परहेज करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार एमसीसी (gps based toll collection company in india)लागू करने से पहले राजमार्गों पर जीपीएस आधारित टोल प्रणाली लागू करने का प्रयास कर रही है. वह विशाखापत्तनम में एक टोल प्लाजा से स्थानीय लोगों को होने वाली समस्याओं पर एक भाजपा सांसद के सवाल का जवाब दे रहे थे। गडकरी ने कहा कि उन्हें कुछ जगहों पर ऐसी समस्याओं की जानकारी है।

स्थानीय लोगों को टोल चुकाने से राहत

उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के दौरान शहरी इलाकों के (toll plaza removal news)पास टोल बूथ लगाने की इजाजत दी गई थी. बाद में टोल वसूली निजी हाथों में दे दी गई। अगर हम उन्हें अभी खत्म करेंगे तो वे दावा करेंगे और हमें मुआवजा देना होगा।' इससे लोगों को काम करने के लिए कुछ किलोमीटर तक टोल चुकाना पड़ता है। उन्होंने कहा, "हम यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि टोल प्लाजा शहरों के 6-7 किमी के भीतर न हों ताकि स्थानीय लोगों को टोल का भुगतान न करना पड़े।"

देशभर से टोल बूथ चरणबद्ध तरीके से खत्म किए जाएंगे

इससे पहले नीतीश कुमार ने कहा था कि भारत सरकार धीरे-धीरे देशभर से टोल बूथ हटा देगी. निकट भविष्य में टूल प्लाजा को जीपीएस आधारित टोल संग्रह प्रणाली से बदल दिया जाएगा। नई व्यवस्था के तहत वाहनों में जीपीएस ट्रैकर लगाए जाएंगे। जब कोई भी वाहन टोल रोड पर यात्रा करेगा तो तय की गई दूरी जीपीएस ट्रैकर के माध्यम से दर्ज की जाएगी।(gps-based toll collection how it works) टोल की गणना यात्रा की गई दूरी के आधार पर की जाएगी और पैसा वाहन मालिक के बैंक खाते से स्वचालित रूप से काट लिया जाएगा।

नए सिस्टम के आने के बाद ड्राइवरों को कई तरह से फायदा होगा। इससे आने वाले समय में टोल बूथों पर लगने वाले जाम से राहत मिलेगी और टोल चोरी भी रुकेगी. नई प्रणाली 2024 में लागू होने की उम्मीद है। इस सिस्टम पर करीब 10 हजार करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं.