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राजस्थान में पिछली बार के मुकाबले इस बार कम हुई वोटिंग, जानें क्या हैं वजह 

राजस्थान उपचुनाव 2024 के दौरान 7 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को मतदान हुआ। इन सीटों पर करीब 19 लाख मतदाता 69 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे। मतदान के दौरान विभिन्न घटनाएं भी हुईं, जिनमें विवाद और प्रदर्शन शामिल रहे।
 
राजस्थान में पिछली बार के मुकाबले इस बार कम हुई वोटिंग, जानें क्या हैं वजह

Rajasthan News : राजस्थान उपचुनाव 2024 के दौरान 7 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को मतदान हुआ। इन सीटों पर करीब 19 लाख मतदाता 69 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे। मतदान के दौरान विभिन्न घटनाएं भी हुईं, जिनमें विवाद और प्रदर्शन शामिल रहे।

शाम 5 बजे तक मतदान प्रतिशत

रामगढ़: 71.45%
खींवसर: 71.04%
चौरासी: 68.55%
सलूंबर: 64.19%
देवली-उनियारा: 60.61%
झुंझुनूं: 61.80%
दौसा: 55.63%

दोपहर 1 बजे तक मतदान प्रतिशत:

रामगढ़: 60.74%
खींवसर: 58.03%
चौरासी: 55.28%
सलूंबर: 48.30%
देवली-उनियारा: 49.82%
झुंझुनूं: 49.47%
दौसा: 44.38%

सुबह 11 बजे तक मतदान प्रतिशत

रामगढ़: 28.97%
खींवसर: 26.67%
चौरासी: 26.42%
सलूंबर: 25.26%
झुंझुनूं: 23.12%
देवली-उनियारा: 22.69%
दौसा: 20.43%

देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारा, जिससे क्षेत्र में तनाव उत्पन्न हो गया। नरेश मीणा पर आरोप है कि वह जबरन मतदान केंद्र में घुसने की कोशिश कर रहे थे और जब रोका गया तो उन्होंने हाथापाई की।समरावता गांव (देवली-उनियारा) में केवल 1 वोट डला था दोपहर 12 बजे तक, क्योंकि गांव के लोग पानी की मांग को लेकर चुनाव का बहिष्कार कर रहे थे। प्रशासन और पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे।

जाट समाज भी नरेश मीणा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है, उन्होंने मीणा की तस्वीर वाली टी-शर्ट जलाकर आक्रोश व्यक्त किया।ये उपचुनाव उन 7 सीटों पर हो रहे हैं, जो विभिन्न कारणों से खाली हुई थीं, जिनमें विधायकों के सांसद बनने और विधायकों के निधन के कारण सीटें खाली हुई थीं। इन सीटों पर कुल 69 उम्मीदवारों का भविष्य तय होने जा रहा है।