हरियाणा के इन इलाकों में भयंकर बारिश की चेतावनी जारी! जानें आपके शहर में कैसा रहेगा मौसम
Haryana Weather News: में इन दिनों मौसम लगातार बदल रहा है, और प्रदेश (Aaj Ka Mousam) के कई हिस्सों में हल्की बारिश और बादलों की आवाजाही बनी रह सकती है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के कारण प्रदेश (Haryana Ka Mousam) के वातावरण में नमी बढ़ने के संकेत हैं, जिससे 20 और 21 मार्च को हरियाणा (Weather Update Today) के अधिकांश हिस्सों में बादल छाए रह सकते हैं। इसके चलते दिन के तापमान में हल्की गिरावट और रात के तापमान में वृद्धि हो सकती है।
मार्च की शुरुआत से ही हरियाणा में मौसम में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। 13 मार्च को पश्चिमी विक्षोभ के कारण राज्य के कई हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि हुई, जिससे फसलों को नुकसान पहुंचा।
मौसम विभाग के अनुसार हवा की दिशा में बदलाव के कारण राज्य में वातावरण में नमी बढ़ेगी, जिसके कारण 20 और 21 मार्च को हरियाणा में अधिकांश स्थानों पर बादल छाए रहने की संभावना है। इसके कारण दिन के तापमान में मामूली कमी दर्ज की जा सकती है तथा रात के तापमान में वृद्धि होने की संभावना है।
राजस्थान से सटे हरियाणा के जिलों सिरसा, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़ और नारनौल में हल्की बारिश (बूंदाबांदी) हो सकती है। इसके अलावा गुरुग्राम, फरीदाबाद, रोहतक और सोनीपत में भी आंधी के साथ बारिश के संकेत हैं।
तापमान की बात करें तो 13 मार्च को पलवल प्रदेश का सबसे गर्म जिला रहा जहां अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इसके बाद 14 मार्च को गुरुग्राम में तापमान 33.6 डिग्री सेल्सियस और 15 मार्च को भिवानी में 31.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि बारिश के बाद तापमान में गिरावट आई और अब यह 30 से 31 डिग्री के बीच स्थिर है।
मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों में राज्य का न्यूनतम तापमान महेंद्रगढ़ में 11.0 डिग्री सेल्सियस तथा अधिकतम तापमान फरीदाबाद में 31.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि 22 मार्च के बाद मौसम साफ हो सकता है, लेकिन उसके बाद भी हल्की धुंध छाई रह सकती है। यद्यपि अभी भी किसी बड़े पश्चिमी विक्षोभ के संकेत नहीं हैं, फिर भी अगले कुछ दिनों में हल्की बारिश संभव है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्रदेश में नमी बढ़ेगी, जिसके कारण कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जा सकती है। हालांकि इस बारिश से फसलों को कुछ राहत जरूर मिल सकती है, लेकिन मौसम में अचानक आए बदलाव को देखते हुए किसानों को सावधान रहने की जरूरत होगी।