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 मार्च महीने मे क्यों लगता है 'बाबा खाटू श्याम का लक्खी मेला'? शायद अब तक नहीं जानते होंगे लोग

 
Baba Khatu Shyam Mela 2024: 

Baba Khatu Shyam Mela 2024: बाबा खाटू श्याम मंदिर राजस्थान (Rajasthan) के सीकर में स्थित है। हर साल बाबा खाटू श्याम के मेले में देश-विदेश से श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। हर साल फाल्गुन माह की एकादशी को बाबा खाटू श्याम का जन्मोत्सव मनाया जाता है. हर वर्ष फाल्गुन माह में यहां लक्खी मेला भी आयोजित होता है।

मान्यता है कि यदि कोई भक्त फाल्गुन माह में बाबा खाटू श्याम के मंदिर में माथा टेकने आता है तो बाबा के दर्शन से उसकी मनोकामना पूरी हो जाती है। खास बात यह है कि इस दिन बाबा खाटू श्याम जी की नगरी में हर भक्त बाबा श्याम के रंग में रंगा होता है. इस दिन को देशभर में सभी श्रद्धालु बड़ी धूमधाम से मनाते हैं।

बाबा खाटू श्याम जी मेला कितने दिनों तक चलता है?

बाबा खाटू श्याम मेला हर साल 10 दिनों तक चलता है। बाबा खाटू श्याम जी के मेले का मुख्य दिन फाल्गुन शुक्ल पक्ष की एकादशी है। इन 10 दिनों में बाबा खाटू श्याम का दरबार भक्तों के लिए 24 घंटे खुला रहता है। इसके अलावा सीकर जिले में खाटू श्याम जी के मंदिर पर हर साल बाबा का मेला लगता है।

मेला किस तारीख को शुरू होगा?

खाटू श्याम जी का लक्खी मेला 10 दिनों तक भरेगा. श्रद्धालुओं की सुविधा और श्याम के सुगम दर्शन के लिए मंदिर समिति और प्रशासन लगातार व्यवस्थाएं कर रहा है. श्री श्याम मंदिर कमेटी ने 2024 में लगने वाले मेले की तिथि जारी कर दी है. इस वर्ष बाबा श्याम का लक्खी मेला 12 मार्च (तृतीय) से 21 मार्च (द्वादशी) तक भरेगा. बाबा श्याम को सुजानगढ़ निशान अर्पित करने के बाद ही मेले का समापन माना जाता है।

जानिए क्यों लगता है बाबा खाटू श्याम का मेला

ऐसा माना जाता है कि जब भगवान कृष्ण ने बर्बरीक से उसका सिर माँगा तो बर्बरीक ने पूरी रात भजन किया। साथ ही फाल्गुन शुक्ल द्वादशी के दिन स्नान कर पूजा की। भजन, स्नान और पूजा करने के बाद बर्बरीक ने अपना सिर काटकर भगवान कृष्ण को दे दिया। कहा जाता है कि इसी दिन की याद में इस दिन लक्खी मेला लगता है।