क्या बदलेगी हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख? जानें पूरा मामला
हरियाणा में 1 अक्टूबर को प्रस्तावित विधानसभा चुनाव की तारीख अब बदल सकती है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर छुट्टियों और बिश्नोई समाज के धार्मिक कार्यक्रम का हवाला देते हुए वोटिंग की तारीख को आगे बढ़ाने की मांग की है। इस लेख में जानेंगे कि किस प्रकार यह मांग उठाई गई है और इसके संभावित प्रभाव क्या हो सकते हैं।
Haryana Election : हरियाणा में 1 अक्टूबर को प्रस्तावित विधानसभा चुनाव की तारीख अब बदल सकती है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर छुट्टियों और बिश्नोई समाज के धार्मिक कार्यक्रम का हवाला देते हुए वोटिंग की तारीख को आगे बढ़ाने की मांग की है। इस लेख में जानेंगे कि किस प्रकार यह मांग उठाई गई है और इसके संभावित प्रभाव क्या हो सकते हैं।
वोटिंग की संभावित तारीख: 1 अक्टूबर के बजाय 7 या 8 अक्टूबर को वोटिंग कराई जा सकती है।
आयोग का निर्णय: चुनाव आयोग इस पर मंगलवार को फैसला करेगा।
तारीख बदलने की मांग का कारण
छुट्टियों का असर
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने लिखा कि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती और 3 अक्टूबर को अग्रसेन जयंती की छुट्टी है। इससे मतदाता छुट्टियों में व्यस्त रहेंगे।
समर्थन में आवाजें
भाजपा: मोहन लाल बड़ौली के पत्र का समर्थन करते हुए INLD के अभय सिंह चौटाला ने कहा कि छुट्टियों के दौरान वोटिंग प्रतिशत कम हो सकता है।
बिश्नोई महासभा: देवेंद्र बुडिया ने भी चुनाव की तारीख बदलने की मांग की है, यह बताते हुए कि राजस्थान में बड़ा मेला होगा।
विरोध की आवाजें
कांग्रेस: हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा कि भाजपा हार से घबराई हुई है और छुट्टियों का बहाना बना रही है।
JJP: दुष्यंत चौटाला ने भाजपा की इस मांग को चुनावी डर का परिणाम बताया।
हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव की तारीख में बदलाव का निर्णय न केवल चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करेगा, बल्कि इससे राजनीतिक माहौल भी बदल सकता है। राजनीतिक दलों की मांगें और उनके पीछे के कारण इस बात का संकेत देते हैं कि आगामी चुनावों में जनता का मनोबल और भागीदारी महत्वपूर्ण होगी।