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लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे का काम हुआ पूरा, इसी महीने से वाहन भरेंगे फराटा 

एनएचएआई के अफसरों ने हाल ही में एक बैठक में जुलाई 2025 के बजाय मार्च 2025 तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा है, जो कि निर्धारित समय सीमा से चार महीने पहले है. यह कदम वाहनों के ट्रैफिक (traffic congestion) को कम करने और यात्रा समय को छोटा करने के उद्देश्य से उठाया गया है. 63 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे परियोजना में 18 किलोमीटर एलिवेटेड और 45 किलोमीटर ग्रीन फील्ड रूट शामिल हैं. 
 
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे का काम हुआ पूरा, इसी महीने से वाहन भरेंगे फराटा

Lucknow Kanpur Expressway : एनएचएआई के अफसरों ने हाल ही में एक बैठक में जुलाई 2025 के बजाय मार्च 2025 तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा है, जो कि निर्धारित समय सीमा से चार महीने पहले है. यह कदम वाहनों के ट्रैफिक (traffic congestion) को कम करने और यात्रा समय को छोटा करने के उद्देश्य से उठाया गया है. 63 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे परियोजना में 18 किलोमीटर एलिवेटेड और 45 किलोमीटर ग्रीन फील्ड रूट शामिल हैं. 

परियोजना में तीन बड़े पुल, 28 छोटे पुल, 38 अंडरपास और छह फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है, जो इसे एक आधुनिक ढांचा प्रदान करते हैं.भारतमाला परियोजना के तहत निर्मित हो रहे इस एक्सप्रेसवे पर 4700 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है. इस निवेश से लखनऊ और कानपुर के बीच यात्रा करना न सिर्फ सुगम होगा. बल्कि यह क्षेत्रीय विकास में भी योगदान देगा.लखनऊ से उन्नाव तक बन रही छह लेन की सड़क पर वाहन 120 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से यात्रा कर सकेंगे. 

यह न सिर्फ समय की बचत करेगा बल्कि यात्रा को अधिक आरामदायक और सुरक्षित बनाएगा.इस एक्सप्रेसवे का निर्माण लखनऊ के 14 गांवों को बेहतर सड़क संपर्क प्रदान करेगा. जिससे स्थानीय निवासियों को आवागमन में आसानी होगी और क्षेत्रीय विकास में तेजी आएगी.परियोजना निदेशक सौरभ कन्नौजिया के अनुसार निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं और मार्च 2025 तक काम को पूरा कर लेने की उम्मीद है. इससे निर्धारित समय से पहले ही एक्सप्रेसवे का उपयोग शुरू हो जाएगा.