हरियाणा में बढ़ते प्रदूषण के साथ बड़ा सर्दी का खतरा, येलो अलर्ट जारी
Haryana Weather update : हरियाणा में बढ़ते प्रदूषण के कारण हालात काफी गंभीर हो गए हैं। ठंड के साथ पराली जलाने के धुएं और कोहरे के कारण वायु गुणवत्ता में भारी गिरावट आई है। रविवार को बहादुरगढ़ 445 एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) के साथ देश का सबसे प्रदूषित शहर बना, जबकि दिल्ली 441 एक्यूआई के साथ दूसरे स्थान पर रही। प्रदूषण की इस गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रदेश में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
ठंड बढ़ने के साथ कोहरे के कारण स्मॉग और धुंआ बढ़ गया है, जिससे वायु गुणवत्ता गंभीर स्तर पर पहुंच गई है।प्रदूषण स्तर इतने अधिक हो गए हैं कि हवा की गुणवत्ता लगभग खतरनाक स्तर तक पहुंच गई है, जिससे सांस लेने में तकलीफ हो रही है और लोगों की सेहत पर असर पड़ रहा है।प्रदूषण के कारण हरियाणा के कुछ प्रमुख जिलों में 1 से 5वीं कक्षा तक के स्कूलों को बंद कर दिया गया है। गुरुग्राम, रोहतक, सोनीपत, और पानीपत में स्कूलों को ऑनलाइन मोड में कर दिया गया है।हालांकि, अन्य जिलों में स्कूलों के बारे में निर्णय सोमवार को लिया जाएगा। इन जिलों में फरीदाबाद, नूंह, रेवाड़ी, पलवल, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, जींद और करनाल शामिल हैं।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने एनसीआर क्षेत्र में ग्रेप-4 के प्रतिबंध लागू कर दिए हैं, जिसमें सरकारी प्रोजेक्ट्स की निर्माण गतिविधियाँ और ट्रकों की एंट्री भी रोक दी जाएगी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कई कारखानों और इकाइयों को बंद करने का आदेश दिया है। पानीपत में 22 इकाइयों को बंद करने का नोटिस जारी किया गया है, और 13 फैक्ट्रियों में डीजल जनरेटर को सील किया गया है।हरियाणा के तीन शहर बहादुरगढ़ (445 एक्यूआई), भिवानी (415 एक्यूआई), और हिसार (365 एक्यूआई) देश के टॉप-10 प्रदूषित शहरों में शामिल हैं। इन शहरों का प्रदूषण स्तर बहुत खतरनाक हो गया है, जिससे आम जनता को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा, अन्य जिलों में भी एक्यूआई 150 से ऊपर पहुंच चुका है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरे की घंटी है।
इस समय प्रदेश में प्रदूषण की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि सड़क पर निकलना भी मुश्किल हो रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि लंबे समय तक इस प्रदूषण के संपर्क में रहना लोगों के स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। हरियाणा में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए सरकार ने कई कदम उठाए हैं, लेकिन यह स्पष्ट है कि यदि तत्काल प्रभाव से उपाय नहीं किए गए, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। प्रदूषण से बचाव के लिए सभी नागरिकों को जागरूक होने की आवश्यकता है, और पर्यावरण को बचाने के लिए हरसंभव कदम उठाए जाने चाहिए।