बिना कोचिंग के पास कर लिया UPSC एग्जाम! पढिए YouTube से पढ़कर IAS ऑफिसर बनी आईएएस वंदना मीना की कामयाबी की कहानी
IAS Success Story: आजकल हर साल लाखों युवा यूपीएससी (Union Public Service Commission) की परीक्षा की तैयारी करते हैं, लेकिन कुछ ही लोग इस कठिन परीक्षा में सफल हो पाते हैं। इस परीक्षा के लिए अधिकांश छात्र कोचिंग संस्थानों का रुख करते हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं जो खुद की मेहनत और समर्पण से यह कठिन सफर तय करते हैं।
यह कहानी भी एक ऐसी ही लड़की की है, जिसने यूपीएससी की तैयारी के लिए कोई ट्रेनिंग नहीं ली और यूट्यूब से यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। अंततः एक दिन उन्होंने परीक्षा पास कर ली और आईएएस अधिकारी बनने का अपना सपना पूरा कर लिया।
यह कहानी है आईएएस वंदना मीना की। वंदना मीना मूल रूप से सवाई माधोपुर, राजस्थान की रहने वाली हैं। कुछ वर्ष गांव में रहने के बाद उनके माता-पिता दिल्ली आ गये। दरअसल, उनके पिता पृथ्वीराज मीना दिल्ली पुलिस में कार्यरत थे। ऐसे में वंदना भी दिल्ली आ गईं और उनकी आगे की पढ़ाई भी यहीं हुई। वंदना ने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट कोलंबस स्कूल, दिल्ली से पूरी की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लिया जहां से उन्होंने गणित ऑनर्स की डिग्री हासिल की।
स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद वंदना मीना ने यूपीएससी लोक सेवा की तैयारी शुरू कर दी। खास बात यह है कि इसके लिए उन्होंने किसी कोचिंग में एडमिशन नहीं लिया। उन्होंने घर पर रहकर ही स्वाध्याय किया। एक इंटरव्यू में वंदना ने बताया कि घर में सरकारी कामकाज का माहौल होने के कारण उनके मन में सिविल सेवा में जाने का विचार आया।
इसके बाद उन्होंने इसकी तैयारी शुरू कर दी। वंदना ने यह भी बताया कि उन्होंने घर पर रहकर ही यूट्यूब से यूपीएससी परीक्षा से संबंधित टॉपिक पढ़े और तैयारी के लिए ऑनलाइन किताबें भी मंगवाईं। आखिरकार वंदना की मेहनत रंग लाई और उन्होंने 2021 में यूपीएससी परीक्षा पास कर ली।
वंदना ने 330वीं रैंक हासिल की और आईएएस के लिए चयनित हुईं। इसके लिए वंदना कहती हैं कि वह हर दिन 15 से 16 घंटे पढ़ाई करती हैं। परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद उन्होंने कई मीडिया साक्षात्कारों में कहा था कि यूपीएससी के लिए कोई शॉर्टकट नहीं है। सरकारी वेबसाइट junagadh.nic.in/whoswho/name-of-the-official-3 के अनुसार, वंदना मीना फिलहाल गुजरात के जूनागढ़ जिले में हैं। उन्होंने यहां केसोद क्षेत्र में एसडीएम के रूप में काम किया।