अब सुहाने हो जाएंगे आगरा से बरेली के रास्ते! 2.5 घंटे में पूरा होगा सफर, इन गांवों के किसानों पर बरसेगी लक्ष्मी
UP New Expressway: उत्तर प्रदेश को रोड कनेक्टिविटी के क्षेत्र में एक नई सौगात मिलने जा रही है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा 7,700 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा आगरा-बरेली कॉरिडोर (Agra-Bareilly corridor) अब तेज़ी से अपने निर्माण की दिशा में अग्रसर है। यह कॉरिडोर न केवल यात्रा का समय घटाएगा बल्कि 15 जिलों के लाखों लोगों की सुविधा का कारण भी बनेगा।
कॉरिडोर के निर्माण से आगरा, मथुरा, टूंडला, एटा, कासगंज, हाथरस, बरेली, बदायूं समेत कई जिलों के लोगों को सुविधा मिलेगी। इससे राया में ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिलेगी और समय व ईंधन की भी बचत होगी। फिलहाल आगरा से लोगों को टूंडला, एटा, कासगंज होते हुए बरेली जाना पड़ता है। इसमें लगभग 5 घंटे लगते हैं। अब यह दूरी ढाई घंटे में तय हो सकेगी। हाथरस तक 66 किलोमीटर सड़क में से 58 किलोमीटर का निर्माण हो चुका है। हाथरस की यात्रा अगले महीने से शुरू होगी।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) 7,700 करोड़ रुपये की लागत से मथुरा (बाद में) से बरेली तक चार लेन का कॉरिडोर बना रहा है। इसका निर्माण चार पैकेजों में किया गया है। पहले पैकेज में पीएनसी ने हाथरस तक सड़क का निर्माण किया, जबकि जीआर इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड ने दूसरा पैकेज बनाया। लिमिटेड, हाथरस से कासगंज और कासगंज से बदायूँ और धारीवाल कंस्ट्रक्शन प्रा. लिमिटेड बदायूं से बरेली तक।
आगरा-बरेली कॉरिडोर के निर्माण से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। आस-पास के जिलों के लोगों के लिए बरेली से नैनीताल पहुंचना आसान हो जाएगा। हाथरस-बरेली जाने वाले लोगों के लिए भी मथुरा की राह आसान हो जाएगी। एनएचएआई के परियोजना निदेशक संजय वर्मा ने बताया कि मथुरा-बरेली कॉरिडोर 2027 तक पूरा हो जाएगा। चार कंपनियां चार पैकेज में निर्माण कार्य कर रही हैं। हाथरस तक सड़क का निर्माण जून में किया जाएगा। इससे कई जिलों के लोगों को सुविधा होगी और वे ढाई घंटे में आगरा से बरेली पहुंच जाएंगे।
आगरा-बरेली कॉरिडोर में स्थानीय लोगों की सुविधा का भी ध्यान रखा गया है। इस कॉरिडोर में 20 फ्लाईओवर, 26 अंडरपास और 6 रेलवे पुल बनाए जाएंगे। इससे आसपास के गांवों तक परिवहन में सुविधा होगी। 5 पुल भी बनाए जाएंगे, जिनमें से ब्राह्मण घाट, मथुरा का पुल यमुना नदी पर बनाया गया है। सोरों में गंगा नदी पर एक पुल भी बनाया जाएगा।
