राजस्थान में वन्यजीव संरक्षण के लिए 15 वीं बैठक, लिए गए कई अहम फैंसले

Rajasthan News : राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा की वन्यजीव सरंक्षण को लेकर आज 15 वी बैठक हुई हैं जिसके चलते सीएम शर्मा व केन्द्रीय अधिकारियों ने मिलकर कई बड़े फैन्सले लिए हैं। ये बैठक वन्यजीव की देख रेख व बड़े जानवर जैसे बाघ चीता को कही और शिफ्ट करने के लिए रखी गई थी।
सीएम भाजनलाल शर्मा ने बताया की टाइगर को अब बाघों से कहीं दूर सिफ़त किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने रणथंभौर में बाघों की संख्या ज्यादा होने और उनके बीच क्षेत्र को लेकर होने वाले झगड़ों पर चिंता जताई. बाघों के इंसानों पर हमले की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने 10 से 15 बाघों को जल्द ही अन्य सुरक्षित टाइगर रिजर्व में भेजने की योजना बनाने को कहा.
इसके लिए वन विभाग को प्रभावी निगरानी और स्थानीय लोगों की भागीदारी बढ़ाने के निर्देश दिए गए.इस बैठक में मानसून के दौरान पूरे राजस्थान में 10 करोड़ पौधे लगाने का बड़ा लक्ष्य रखा गया. हर गांव और शहर में ‘वन मित्र' और ‘वृक्ष मित्र' नियुक्त किए जाएंगे ताकि पर्यावरण संरक्षण को जन-आंदोलन बनाया जा सके.
सीएम ने इसे प्रकृति के प्रति पवित्र जिम्मेदारी बताया. बैठक में लन्टाना उन्मूलन की योजना को मंजूरी दी गई. इसके साथ ही जूली फ्लोरा को हटाकर स्थानीय प्रजातियों के पौधे लगाने का फैसला हुआ. साइबेरियन क्रेन जैसे प्रवासी पक्षियों की वापसी के लिए भी कार्ययोजना तैयार करने का प्रस्ताव आया. बैठक में कुल 89 प्रस्ताव पास हुए जिनमें 65 पुराने और 24 नए शामिल हैं. ये फैसले वन्यजीव संरक्षण को और मजबूत करेंगे. वन मंत्री संजय शर्मा और विशेषज्ञ भी बैठक में मौजूद रहे. यह कदम राजस्थान को हरा-भरा और वन्यजीवों के लिए सुरक्षित बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे.