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राजस्थान के 176 बांध हुए पानी से लबालब, जल्द मिलेगी बहुत बड़ी खुशखबरी

राजस्थान की जनता के लिए जुलाई का महिना किसी तोहफे से कम नहीं हैं। दरसल राजस्थान में जुलाई के महीने सिर्फ 8 दिन में बहुत अधिक बारिश हुई हैं जिसके चलते राजस्थान के 100 बांध पानी से ओवरफ्लो हो गए हैं। 
 
राजस्थान के 176 बांध हुए पानी से लबालब, जल्द मिलेगी बहुत बड़ी खुशखबरी

Rajasthan News : राजस्थान की जनता के लिए जुलाई का महिना किसी तोहफे से कम नहीं हैं। दरसल राजस्थान में जुलाई के महीने सिर्फ 8 दिन में बहुत अधिक बारिश हुई हैं जिसके चलते राजस्थान के 100 बांध पानी से ओवरफ्लो हो गए हैं। 

आपकों बता दे की आज अब तक कुल 176 बांध पूरी तरह भर चुके हैं। जबकि, पिछले साल इसी दिन (21 जुलाई) केवल 18 बांध भरे थे।उस समय बांधों में 35.77 प्रतिशत पानी था, जो इस साल अभी तक लगभग दोगुना 68.54 प्रतिशत तक पहुंच गया है। लंबे अरसे के बाद जुलाई के तीसरे सप्ताह में बांधों की यह स्थिति बनी है। 

जल संसाधन विभाग के अनुसार गलवा, टोरडीसागर और मोरेल जैसे बड़े बांध ओवरफ्लो हो गए, जबकि बीसलपुर बांध कभी भी छलक सकता है।इसके अलावा पार्वती, गूढ़ा, जवाहर सागर और राणाप्रताप सागर में भी लगातार पानी की आवक बनी हुई है, जिससे संभावना है कि जल्द ही ये बांध भी भर जाएंगे। सबसे ज्यादा ओवरफ्लो बांध अजमेर जिले में हुए। यहां 23 बांधों में चादर चल रही है। इसके बाद टोंक में 19, भीलवाड़ा में 18, बूंदी में 17, जबकि पाली और बारां में 15-15 बांधों में लबालब पानी भर चुका है। 

वहीं, जयपुर में 9, चितौडगढ़ 7, राजसमंद और सवाईमाधोपुर में 55 बांध शामिल है। इन जिलों में छोटे तालाब, जलाशयों में भी पानी की आवक हुई है।प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी जिलों में दूसरे जिलों की अपेक्षा पानी की आवक कम है। बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर, चुरू, भरतपुर, धौलपुर जैसे इलाकों में कई बांध अभी खाली हैं।बीसलपुर बांध से मंगलवार सुबह लगभग दस बजे गेट खोलकर बनास नदी में पानी की निकासी की जाएगी। 

इस दौरान जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत भी रहेंगे। बीसलपुर बांध बनने के बाद पहली बार जुलाई माह में छलकेगा।वहीं इस वर्ष बांध बनने से लेकर पहली मर्तबा लगातार दूसरे वर्ष छलकने के साथ-साथ जुलाई माह तक बांध क्षेत्र में सबसे अधिक बारिश होने का भी नया रेकॉर्ड बन रहा है। क्योंकि बांध बनने से लेकर अब तक बांध लगातार दूसरे वर्ष कभी नहीं छलका हैं। बीच-बीच में एक से दो या फिर तीन वर्ष का समय लगा है। बांध के छलकने की खुशी को लेकर लोगों में काफी उत्साह बना हुआ है।