राजस्थान में लगेगा 2560 मेगावाट का पम्प स्टोरेज प्रोजेक्ट, रावतभाटा बनेगा बिजली उत्पादन का हब

Rajasthan Pumped Storage Project 2025: राजस्थान सरकार ने अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में बड़ी पहल करते हुए रावतभाटा (चित्तौड़गढ़) के सुखपुरा गांव में 2560 मेगावाट क्षमता का पम्प स्टोरेज प्रोजेक्ट मंजूर किया है। यह प्रोजेक्ट ग्रीनको कंपनी द्वारा विकसित किया जाएगा, जिसका रजिस्ट्रेशन हो चुका है। यह परियोजना राजस्थान को बिजली उत्पादन का सबसे बड़ा केंद्र बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकती है, खासकर तब जब परमाणु और पनबिजली संयंत्र पहले से ही रावतभाटा में सक्रिय हैं। ( Rawatbhata pump storage project)
ग्रीनको सुखपुरा में प्रोजेक्ट लगाएगी। कंपनी पहले से ही रजिस्टर्ड है। राजस्थान एटॉमिक पावर प्लांट, हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्लांट और पंप स्टोरेज प्रोजेक्ट से बिजली बनने पर रावतभाटा बिजली उत्पादन का सबसे बड़ा केंद्र बन जाएगा। जल संसाधन विभाग ने अक्षय ऊर्जा निगम के प्रस्ताव पर पानी आवंटन के लिए सैद्धांतिक मंजूरी भी दे दी। (Rajasthan Electricity News)
पंप स्टोरेज प्रोजेक्ट के लिए टकराड़ा माला देवी सिंचाई परियोजना और ब्राह्मणी नदी से पानी लेगा। इसके लिए तालाब बनाया जाएगा। भैंसरोडगढ़ पंचायत समिति की धांगरमऊ ग्राम पंचायत के नाहरगढ़, गोरकिया, लक्ष्मीखेड़ा और सुखपुरा गांव इस योजना में आए हैं पिछले दिनों राजस्थान सरकार ने पहाड़ी पानी को इकट्ठा करके बिजली बनाने के लिए 8720 मेगावाट की 8 पंप स्टोरेज परियोजनाओं को मंजूरी दी थी। (Rajasthan News)
इनमें से 3960 मेगावाट की परियोजनाओं के लिए तीन केंद्र सरकार की कंपनियों एनएचपीसी, टीएचपीसी, एसजेवीएन को जमीन आवंटित की गई। जबकि निजी कंपनियों में ग्रीनको, जवाई एनर्जी, अवाडा एक्वा ने 4760 मेगावाट क्षमता की परियोजनाएं पंजीकृत करवाई हैं। इनमें से ज्यादातर जगहें बड़े बांध के पास हैं। रावतभाटा अब केवल परमाणु ऊर्जा का केंद्र नहीं रहेगा, बल्कि ग्रीन और स्टोरेज एनर्जी का भी प्रमुख हब बनेगा। (Rajasthan Big Projects 2025)