7 एनिकट और कई सारे बनेंगे बांध! करोड़ों का खर्चा करेगी राजस्थान सरकार, जानें

Rajasthan Budget: राजस्थान सरकार ने अपने हालिया बजट में राम जल सेतु लिंक परियोजना और संशोधित पीकेसी-ईआरसीपी (पूर्वी राजस्थान कैनाल-ईस्टर्न राजस्थान कैनाल परियोजना) को गति देने की घोषणा की है। इस परियोजना के तहत कुल 9,416 करोड़ रुपए के कार्यादेश और 12,064 करोड़ रुपए की निविदाएं जारी की गई हैं, साथ ही 12,807 करोड़ रुपए की स्वीकृति भी दी गई है। इससे बारां जिले में बांध, एनिकट निर्माण, सिंचाई और पेयजल सुविधाओं का विस्तार होगा। यह परियोजना प्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जल प्रबंधन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
जिले में सिंचाई एवं पेयजल सुविधाओं का विस्तार किया गया है। इसके अलावा जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों में आम जनता की सुविधा व जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बजट में विकास कार्यों की घोषणा की गई है। जिले में आधा दर्जन 33 केवी जीएसएस, समरानियां व केलवाड़ा में उप जिला अस्पताल, करोड़ों की लागत से जिले में 7 स्थानों पर एनीकट निर्माण।
छाबड़ा और किशनगंज में तीन उत्थान परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है और इस उद्देश्य के लिए 85 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। जिले में 26.30 करोड़ रुपये की लागत से 5 तालाबों का जीर्णोद्धार कार्य कराया जाएगा। लहसुन उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना की जाएगी। नगर परिषद के तत्वावधान में एक अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्र और एफएसटीपी की स्थापना की गई। पशुओं के शवों के निपटान के लिए एक भस्मक और बॉयलर संयंत्र स्थापित किया जाएगा।
बारां में चल रहे सीवरेज कार्य में तेजी लाने के लिए सीवरेज गैप योजना के तहत बजट आवंटित किया गया है। शहरी क्षेत्रों में कचरा संग्रहण में लगे डंप ट्रक अब जीपीएस के जरिए मुख्यालय से जुड़ेंगे। सभी पर वाहन ट्रैकिंग सिस्टम लगाए जाएंगे। वह जरूरतमंद परिवारों और वंचित वर्ग के छात्रों को शिक्षा और आवासीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए सावित्रीबाई फुले छात्रावास खोलेंगे।
हेरिटेज पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बारां जिले के शेरगढ़ किले को एक प्रतिष्ठित स्थल के रूप में विकसित करने पर काम किया जाएगा। ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिले के शेरगढ़ का विकास किया जाएगा। जिले में 5 हजार से अधिक आबादी वाली पंचायतों में खेल के मैदान और ओपन जिम बनाए जाएंगे। अटरू में सहरिया बालिका छात्रावास खोला जाएगा।
पार्वती और बैठली नदियों को जोड़कर केलवाड़ा और समरानियां क्षेत्र के लिए 4.50 करोड़ रुपए की लागत से सिंचाई सुविधा तैयार करने के लिए डीपीआर तैयार की जाएगी। पुरैनी (किशनगंज) में एनीकट बनाया जाएगा। किशनगंज में राष्ट्रीय राजमार्ग 27 बालाचार से निवारी, खटका, गणेशपुरा, सेमली फाटक, धतुरिया से पहाड़ी, राजपुर तक 25 करोड़ की लागत से 22.5 किलोमीटर चौड़ीकरण एवं डबल लेन सड़क निर्माण (45 करोड़) किया जाएगा। बीलखेड़ा डांग (शाहाबाद) स्थित उप स्वास्थ्य केन्द्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के रूप में विकसित किया जाएगा। होदापुरा गांव, कांकड़दा में धोबी घाट के पास तथा सायगढ़ (किशनगंज) में एनीकट निर्माण एवं मरम्मत का कार्य किया जाएगा। रानीहेड़ा (किशनगंज) में लिफ्ट परियोजना द्वारा सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
फुलबड़ौद और घाघोनिया गांव के पास अंधेरी नदी पर एनीकट का निर्माण किया जाएगा। कचंरिया खुर्द, टूमड़ा, पछाड़ तालाब तथा गोरधपुरा गौशाला (छीपाबड़ौद) के पास स्थित तालाब पर लिफ्ट सिंचाई परियोजनाओं का उन्नयन किया जाएगा। उपस्वास्थ्य केन्द्र झंझनी, सेमली को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में क्रमोन्नत किया गया है। एमएसटी, डब्ल्यूएचएस के अंतर्गत धवदाझिरी (छाबड़ा) में जलाशय का निर्माण किया जाएगा। कोहनी से गणेशपुरा तक 2.40 करोड़ रुपए की लागत से 3 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जाएगा। छबड़ा में पावर हाउस से गुगोर तिराहा तक 5 करोड़ रुपए की लागत से डिवाइडर मरम्मत कार्य कराया जाएगा। छीपाबड़ौद से झंझनी उमरिया वाया पीथपुर मार्ग (18.5 किमी) के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण पर 25 करोड़ रुपए खर्च होंगे। भुवाखेड़ी एवं तन्खा में 33 केवी जीएसएस का निर्माण किया जाएगा।
अन्ता विधानसभा क्षेत्र के पचेलकलां गांव में एनीकट बनाया जाएगा। हरसोली तालाब पर पुनरूद्धार एवं सुधार कार्य किया जाएगा। बाणगंगा का पुनर्योजन कार्य मंगरोल से पार्वती नदी तक किया जाएगा। इसके अलावा, अन्ता शहर में राष्ट्रीय राजमार्ग 27 से सीसवाली तिराहे तक फोरलेन सड़क का सुदृढ़ीकरण एवं आरओबी (अन्ता शहर भाग) का निर्माण 65 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा। बामोरिकला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अपग्रेड किया गया है।
मेरामचाह तालाब का रूपांतरण किया जाएगा। बरडिय़ा बालाजी एवं छजावा, दुर्जनपुरा एवं सिमलोद में 33 केवी जीएसएस का निर्माण किया जाएगा। 60 करोड़ रुपए की लागत से होने वाले बाढ़ रोकथाम कार्य के तहत परवन नदी पर कटावर के पास सुरक्षा दीवार का निर्माण किया जाएगा तथा बारां कस्बे में शेष बचे नालों का सुदृढ़ीकरण एवं निर्माण किया जाएगा। परवन लिफ्ट योजना की दाहिनी मुख्य नहर की लाइनिंग एवं जीर्णोद्धार, बारां में लहसुन उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना। बारां में पेयजल कार्यों में तेजी लाई जाएगी।
इसके तहत निरन्तर गुणवत्तापूर्ण कार्य किया जाएगा। अटरू में 30 करोड़ रुपए की लागत से सड़क किनारे बस स्टैण्ड का निर्माण कराया जाएगा। बारां में कचरा निस्तारण के लिए ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर कार्य किया जाएगा। बारां नगर परिषद के तत्वावधान में एक अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्र और एफएसटीपी की स्थापना की गई है। पशुओं के शवों के निपटान के लिए एक भस्मक और बॉयलर संयंत्र स्थापित किया जाएगा। बारां में सीवरेज लाइन के काम को गति मिली है, सीवरेज गैप योजना के तहत बजट आवंटित किया गया है।