राजस्थान वासियों को मिली बड़ी सौगात, यहां से बिछाया जाएगा 143 किलोमीटर नया रेलवे रूट, इन 19 गांवों में बनेंगे नए रेलवे स्टेशन

Rajsthan News: राजस्थान के दक्षिणी भाग डूंगरपुर-बांसवाड़ा को रेल नेटवर्क से जोड़ने का सपना हाल तक साकार नहीं हो पाया है। वर्तमान सांसद राजकुमार रोत इसके लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से भी मुलाकात की है। मुलाकात के दौरान सांसद रोत ने डूंगरपुर-रतलाम वाया बांसवाड़ा रेल परियोजना को शीघ्र पूरा करने की मांग की, जिस पर रेल मंत्री ने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
ऐसे में वांगर क्षेत्र को एक बार फिर रेलवे की उम्मीद जगी है। सांसद राजकुमार रोत ने प्रस्तावित उदयपुर-अहमदाबाद वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव डूंगरपुर में करने, उदयपुर-दिल्ली मेवाड़ एक्सप्रेस को डूंगरपुर तक बढ़ाने तथा असरवा एक्सप्रेस का ठहराव बिछीवाड़ा में करने की मांग भी की। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह कार्य जल्द ही क्रियान्वित किया जाएगा।
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डूंगरपुर-बांसवाड़ा-रतलाम रेल परियोजना डूंगरपुर-बांसवाड़ा-रतलाम रेल परियोजना की घोषणा 2010-11 के रेल बजट में की गई थी। हालाँकि, भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में देरी के कारण परियोजना की प्रगति धीमी रही है। इस परियोजना को 2014-15 तक पूरा किया जाना निर्धारित है। परियोजना के तहत डूंगरपुर और रतलाम के बीच 191 किलोमीटर रेल पटरी बिछाई जाएगी।
इसमें से 143 किलोमीटर हिस्सा राजस्थान से और 48 किलोमीटर हिस्सा मध्य प्रदेश से होकर गुजरेगा। उत्तर पश्चिम रेलवे ने परियोजना की प्रारंभिक लागत लगभग 2,100 करोड़ रुपये आंकी थी। लेकिन, परियोजना में देरी के कारण लागत में हर साल 10 से 12 प्रतिशत की वृद्धि हो रही है। परियोजना की लागत 4,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गयी है।
डूंगरपुर और रतलाम के बीच 19 नये रेलवे स्टेशन प्रस्तावित हैं। इनमें से 14 राजस्थान में और पांच मध्य प्रदेश में होंगे। राजस्थान में डूंगरपुर, मानपुर, नवागांव, टामटिया, जोधपुरा, सागवाड़ा, भीलूड़ा, गढ़ीपरतापुर, वजवाना, मतीरा, बांसवाड़ा, कुंडला खुर्दा, अर्भीतखातुम्बी और छोटी सरवन स्टेशन हैं। मध्य प्रदेश में सेवारा अलका खेड़ा, चंदीरा बरदा, शिवगढ़, पलसोरिट और रतलाम रेलवे स्टेशन हैं। 7.40 किलोमीटर लम्बी सात सुरंगों का निर्माण किया जाएगा। इस मार्ग में 43 चक्कर होंगे।