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जोधपुर में अनिता चौधरी हत्याकांड पर CBI की गहरी जांच, मामले में फिरसे बड़ाई तेजी 

राजस्थान के जोधपुर में हुए चर्चित अनिता चौधरी हत्याकांड में CBI ने हाल ही में केस दर्ज किया था। इस मामले को लेकर CBI की टीम जांच में जुटी हुई है और अब तक कई अहम साक्ष्य सामने आए हैं। शुक्रवार को सीबीआई टीम ने एसपी राजपाल सिंह के नेतृत्व में अनिता चौधरी के ब्यूटी पार्लर की तलाशी ली, जहां से एक एंड्रॉयड टैब बरामद हुआ। इस टैब को जब्त कर लिया गया, जिससे मामला और उलझता दिख रहा है।
 
जोधपुर में अनिता चौधरी हत्याकांड पर CBI की गहरी जांच, मामले में फिरसे बड़ाई तेजी 

Rajasthan News : राजस्थान के जोधपुर में हुए चर्चित अनिता चौधरी हत्याकांड में CBI ने हाल ही में केस दर्ज किया था। इस मामले को लेकर CBI की टीम जांच में जुटी हुई है और अब तक कई अहम साक्ष्य सामने आए हैं। शुक्रवार को सीबीआई टीम ने एसपी राजपाल सिंह के नेतृत्व में अनिता चौधरी के ब्यूटी पार्लर की तलाशी ली, जहां से एक एंड्रॉयड टैब बरामद हुआ। इस टैब को जब्त कर लिया गया, जिससे मामला और उलझता दिख रहा है।

चार स्थानों पर तलाशी

सूत्रों के अनुसार, CBI की चार टीमों ने तैयब अंसारी के घर, ऑफिस, सुमन सेन के निवास और अनिता चौधरी के घर पर संपत्ति से संबंधित दस्तावेजों की तलाशी ली है। मृतका के पति ने भी आशंका जताई थी कि संपत्ति विवाद के चलते ही उनकी पत्नी की हत्या की गई। सीबीआई इस पहलू पर गहराई से जांच कर रही है।

क्या था हत्याकांड?

इस हत्या के संबंध में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। पुलिस जांच के अनुसार, गुलामुद्दीन ने अनिता को अपने घर बुलाया और उसे नशीला शरबत पिलाया, ताकि वह बेहोश हो जाए। शरबत पिलाने के बाद अनिता सात-आठ घंटे तक होश में नहीं आई, जिससे गुलामुद्दीन घबरा गया। फिर, डर से उसने अनिता की हत्या कर दी और शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई।

शव के टुकड़े कर दफनाया

हत्या के अगले दिन, 28 अक्टूबर को गुलामुद्दीन ने जेसीबी मंगवाकर 10 फीट गहरा गड्ढा खुदवाया। उसने अनिता के शव को छह टुकड़ों में बांटकर दो बोरों में भरा और गड्ढे में दफन कर दिया। इसके बाद, गड्ढे में इत्र छिड़का ताकि बदबू न फैले। इसके बाद गुलामुद्दीन ने अपनी पत्नी आबिदा को फोन कर बताया कि उसने अनिता की हत्या कर दी है।

CBI ने क्यों लिया केस?

अनिता चौधरी के परिजन लंबे समय से इस मामले की CBI जांच की मांग कर रहे थे। राज्य सरकार से भी इस मामले की CBI जांच की अपील की गई थी। पुलिस द्वारा पहले की गई तलाशी में एंड्रॉयड टैब बरामद नहीं हुआ था, लेकिन अब CBI ने इस महत्वपूर्ण साक्ष्य को जब्त किया, जिससे यह मामला और भी गंभीर हो गया है।