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राजस्थान में बीसलपुर बांध का जलस्तर बढ़ने से लोगों पर मंडराया खतरा, कानोता बांध भी टूटने को तैयार

राजस्थान में लगातार बढ़ रहें बीसलपुर बांध का जलस्तर को केंद्र सरकार लगातार प्रयास कर रही हैं, वहीं आज सुबह उधर कानोता बांध पर जलस्तर बढ़ने के बांध भी टूटने को तैयार हैं जो किसी भी समय टूट सकता हैं। 
 
राजस्थान में बीसलपुर बांध का जलस्तर बढ़ने से लोगों पर मंडराया खतरा, कानोता बांध भी टूटने को तैयार

Rajasthan : राजस्थान में लगातार बढ़ रहें बीसलपुर बांध का जलस्तर को केंद्र सरकार लगातार प्रयास कर रही हैं, वहीं आज सुबह उधर कानोता बांध पर जलस्तर बढ़ने के बांध भी टूटने को तैयार हैं जो किसी भी समय टूट सकता हैं। 

इसके चलते आज बांध को रोकने की पूरी तैयारी चल रही हैं। क्योंकि लगातार बढ़ रहें जलस्तर से लोगों पर खतरा मंडराना शुरू हो जाता हैं। जून से मानसून शुरू होने के बाद पहली बार 24 घंटे के भीतर बांध में 5 सेंमी. पानी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इससे बांध का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। गुरुवार सुबह समाप्त हुए 24 घंटे में बांध का जलस्तर 312.50 आरएल मीटर मापा गया।जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, मानसून की शुरुआत से अब तक बांध में कुल 10 सेमी. पानी की आवक हो चुकी है। अधिकारियों ने बताया कि अब तक जितनी मात्रा में पानी आया है, उससे जयपुर, अजमेर और टोंक को लगभग 8 दिन की जल आपूर्ति संभव हो सकेगी। 

भीलवाड़ा में हुई बारिश के चलते त्रिवेणी नदी 1.90 मीटर के जलस्तर पर बह रही है। वहीं बीसलपुर बांध क्षेत्र में अब तक 190 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। चादर चलने के लिए एक इंच पानी की और जरूरत जयपुर में हाल ही हुई अच्छी बारिश का असर कानोता क्षेत्र में भी दिख रहा है। लगातार आवक होने से अब यह बांध छलकने के करीब पहुंच गया है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों के अनुसार बांध पर चादर चलने के लिए एक इंच पानी की और जरूरत है। एक और अच्छी बारिश के बाद यह कमी भी पूरी हो जाएगी। कानोता बांध को हाल ही पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया गया है। यहां पर्यटकों की सुविधा के लिए बैठने की व्यवस्था, छायादार स्थल, रेलिंग, सेल्फी पॉइंट और अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।