राजस्थान उपचुनाव के चलते कई नेताओं ने बोले बिगड़े बोल, नेता लांघ रहे मर्यादा

Rajatshan News : प्रदेश की भाजपा और कांग्रेस दोनों प्रमुख दलों के साथ ही अन्य दलों के नेता भी पूरा दमखम दिखा रहे हैं. मतदान की तारीख नजदीक आने के साथ ही प्रचार के आखिरी दौर में नेताओं के सियासी तेखर तीखे होते जा रहे हैं. चुनावी प्रचार के मंच नेताओं के तल्ख बयानों के कारण सियासत के अखाड़े बन गए हैं. कांग्रेस, भाजपा या फिर आरएलपी दल कोई भी हो, इनके नेता मंच से एक दूसरे के खिलाफ टिप्पणियां करते हुए दिखाई दिए.
इनमें कुछ नेता तो पार्टी छोड़िए एक दूसरे के खिलाफ ही अदावत के रूप में बोलते रहे.नागौर में चुनाव लड़ रहे भाजपा प्रत्याशी रेवंतराम डांगा ने आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल एक बयान का हवाला देते हुए जोरदार व्यंग्य कसा. डांगा ने कहा कि नेताजी कहते हैं कि उन्होंने जिस किसी को आज तक नेता बनाया वो मेरा नहीं रहा. मैं कहता हूं कि कनिकाजी को नेता बनाकर अपना घर उजाड़ रहे हो, नेताजी ऐसा काम मत कीजिए. वहीं, दूसरी ओर हनुमान बेनीवाल ने डांगा के साथ ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ को भी नहीं छोड़ा. डांगा कहतो फिर रहयो है मैं तो बणगौ मुख्यमंत्री. लोगां न आ और कवै है कि मैं तो जीतता ही मंत्री बणूंगा.
हैं कवै है तो मुंडा से भैं निकल है, अस्यो आदमी आपणा न विधानसभा में नहीं भेजना चाहिए.वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के हनुमान की राजनीति खत्म कर दूंगा के बयान पर बेनीवाल ने कहा कि तूनें बनाया है क्या हनुमान को नेता, मदन राठौड़ तेरे पास कुछ नहीं था, जब बीजेपी नहीं बनी थी तब मेरे पिता एमएलए थे. तूने मेरे को नेता नहीं बनाया, तेरे जैसे मैंने कई नेता बना दिए. टोंक सांसद हरीश मीणा ने नरेश मीणा को लेकर कहा था - हमें ऐसे चोरों से और उठाई गिरे से ईमानदारी का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए, कांग्रेस पार्टी और जनता से चाहिए.
ये भाड़े के लोग आए हैं. कौन है ये ? जो आदमी किसी पार्टी का नहींहनुमान बेनीवाल दिव्या मदेरणा का नाम लेकर बोले थे कि सुबह 4 बजे तुम्हारे घर आकर दरवाजा बजाया क्या? मेरे क्षेत्र में घूमूंगा ही. तुम भी घूमो. कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में क्यों नहीं घूम रही. क्या था तुम्हारा. याद करते ही सीडी चलाते है छोरे. क्या किया तुम्हारे पापाजी और दादाजी ने? मैंने सबको देख रखा है. एक ने जोधपुर और दादा ने नागौर को बर्बाद करके छोड़ दिया.देवनी उनियारा में कांग्रेस प्रत्याशी के सी मीणा की सभा में आए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रघु शर्मा ने कहा था कि भाजपा सरकार 13 नवंबर को मतदान के बाद कत्लेआम करने वाली है.
कांग्रेस नेता के बयान के बाद बीजेपी ने चुनाव आयोग में इसकी शिकायत दर्ज कराई है.झुंझुनूं में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर कहा कि जिस मुख्यमंत्री ने अपने ही उपमुख्यमंत्री को नीच, निकम्मा व नकारा कह दिया. उनको जनता नकार चुकी हैपूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा झुंझुनू से निर्दलीय उम्मीदवार है. राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने विवादित बयान दिया. गुढ़ा ने एक चुनावी सभा में कहां- कहां लिखा है कि ''पाकिस्तान जिंदाबाद'' के नारे नहीं लगा सकते.ये तो महज कुछ बानगी है, इनके अलावा भी नेता आने भाषणों में मर्यादा की सारी सीमाएं लांघ रहे हैं.
वहीं दूसरी ओर से भाजपा सरकार के कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ इस तरह की बयानबाजी को अस्वीकार्य बता रहे हैं. कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का कहना है कि ओछा बयान परिवार में ही स्वीकार नहीं तो, प्रदेश देश की जनता के बड़े परिवार में क्यों स्वीकार किया जाए. चुनाव हो या उप चुनाव दोनों ही प्रचार के लिए महत्वपूर्ण है. लोकतंत्र में संयम बनाकर सकारात्मक विचार बनाना चाहिए. अंगुलियों का आकार अलग, राजनीति में मत अलग अलग प्रकार के होते हैं, लेकिन जैसे जीवन में सामंजस्य रखते हैं वैसे ही राजनीति में संयम रखना चाहिए.