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हरियाणा व राजस्थान की रोडवेज बसों के मामले में हुई गरमा गर्मी

बीते दो दिन से हरियाणा में अचानक ही राजस्थान रोडवेज बसों पर कार्रवाई शुरू हुई।इसके जवाब में राजस्थान में भी हरियाणा की बसों के भी चालान काटे गए हैं। हालांकि उच्चस्तरीय दखल के बाद अब दोनों राज्यों के बीच जारी विवाद खत्म हो गया है।
 
हरियाणा व राजस्थान की रोडवेज बसों के मामले में हुई गरमा गर्मी

Rajasthan News : बीते दो दिन से हरियाणा में अचानक ही राजस्थान रोडवेज बसों पर कार्रवाई शुरू हुई।इसके जवाब में राजस्थान में भी हरियाणा की बसों के भी चालान काटे गए हैं। हालांकि उच्चस्तरीय दखल के बाद अब दोनों राज्यों के बीच जारी विवाद खत्म हो गया है।

 उन्होंने कहा कि अधिकारियों से बात करके वो मामला खत्म हो गया है। आम आदमी पार्टी के आरोप 'अगर केजरीवाल को कुछ होता है तो उसका जिम्मेदार भाजपा होगी' पर पलटवार करते हुए कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा कि ये लोग घर बैठ के ऐसे ही गुब्बारे छोड़ते रहते हैं। कोई कारण तो बताओ उसके बाद जवाब देंगे।

दूसरों पर दोषारोपण करने से पहले अपनी असफलताओं को नहीं देखते यह आम आदमी पार्टी का चरित्र बन गया है। उन्होंने कहा आप की सरकार को दिल्ली में आए 10 साल हो गए क्यों यमुना साफ नहीं हुई? जानकारी के अनुसार राजस्थान में हरियाणा रोडवेज बसों के 76 चालान काटे गए और आठ बसें जब्त की गई हैं। हरियाणा में राजस्थान रोडवेज की 100 से अधिक बसों के चालान काटे गए। रविवार को भी जयपुर में हरियाणा रोडवेज की बसों पर कार्रवाई की गई।

 नारनौल डिपो की एक गाड़ी का चालान किया गया। चालान काटे जाने पर चालक-परिचालकों ने भी राजस्थान रोडवेज मुख्यालय को इस संबंध में आपत्ति दर्ज कराई है। दरअसल दिल्ली जाते समय हरियाणा सीमा में एक महिला कांस्टेबल ने राजस्थान रोडवेज बस में किराया नहीं दिया। किराए को लेकर परिचालक और कांस्टेबल की बहस हो गई। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।इधर, घटना के विरोध में राजस्थान रोडवेज की कर्मचारी यूनियन भी आ गई है।

मामला तूल पकड़ने के बाद राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की ओर से हरियाणा डीजीपी को पत्र लिखकर महिला कांस्टेबल के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा गया। रोडवेज प्रशासन ने घटनाक्रम के बारे में सरकार स्तर पर भी अवगत कराया है।राजस्थान सीमा में हरियाणा की करीब 300 से अधिक बसें संचालित होती है। ये जयपुर सहित कई जिलों में चलती हैं। 

हरियाणा के अलावा पंजाब, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड सहित कई राज्यों की बसें राजस्थान में संचालित होती है।हरियाणा और राजस्थान सरकार के बीच उच्चस्तरीय वार्ता के बाद पिछले दो दिनों से चल रहा विवाद सुलझ गया है। नारनौल डिपो के महाप्रबंधक अनित यादव ने कहा कि इस मसले में मुख्यालय स्तर पर दोनों पक्षों के बीच बात हुई है और समाधान होने की उम्मीद है।