दिवाली के दिन राजस्थान में कितने घंटे रहेगी बिजली, यहां देखें पूरी जानकारी
Rajasthan News : राजस्थान में बिजली की समस्या कई बार देखी गई है. लेकिन इस बार पूरे प्रदेश में बिजली की पर्याप्त उपलब्धता और निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने की तैयारी है. इसके लिए ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीआलोक ने इस संबंध में बिजली कंपनियों को सभी आवश्यक इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. डिस्कॉम्स चेयरमैन तथा जयपुर विद्युत वितरण निगम की प्रबंध निदेशक आरती डोगरा ने मंगलवार को डिस्कॉम अभियंताओं के साथ दीपावली पर विद्युत आपूर्ति की स्थिति की समीक्षा की और तीनों वितरण कंपनियों में ग्रिड सब स्टेशनों पर अभियंताओं की ड्यूटी लगाने के साथ ही आपूर्ति में व्यवधान की किसी भी स्थिति में फॉल्ट रेक्टिफिकेशन टीमों को तैयार रहने के निर्देश दिए.
उल्लेखनीय है कि जयपुर डिस्कॉम के 225 सहायक अभियंता (ओ एंड एम) कार्यालयों में कुल 332 एफआरटी कार्यरत हैं जो फॉल्ट की किसी भी स्थिति में आपूर्ति बहाल करती हैं.डोगरा के निर्देश पर जयपुर विद्युत वितरण निगम के डायरेक्टर (तकनीकी) एस.एस. नेहरा ने जयपुर, भरतपुर एवं कोटा जोन के मुख्य अभियंताओं को निर्देश जारी किए हैं कि ग्रिड सब स्टेशनों पर अधिकारियों एवं कार्मिकों तथा आवश्यक उपकरणों की आवश्यकतानुसार उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. यह अधिकारी ट्रांसफॉर्मरों तथा विद्युत तंत्र के ओवरलोड होने की स्थिति में निगाह रखेंगे तथा वैकल्पिक इंतजाम सुनिश्चित करेंगे.
विशेषकर पीक ऑवर्स में भी सप्लाई को मेंटेन रखेंगे.जोधपुर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक भंवरलाल तथा अजमेर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक श्री के.पी.वर्मा ने बताया कि निगम क्षेत्र में अधीक्षण अभियंताओं को 30 अक्टूबर से 02 नवम्बर तक बिजली आपूर्ति, रखरखाव, जीएसएस तथा महत्वपूर्ण लोड सेंटर्स पर स्टाफ लगाने के निर्देश दे दिए गए हैं. राज्य में मांग के अनुरूप बिजली की पर्याप्त उपलब्धता है. दीपावली पर औद्योगिक गतिविधियों तथा कृषि क्षेत्र की मांग में कमी आने के साथ ही एनर्जी एक्सचेंज से फिलहाल पीक लोड के समय भी डिमांड के अनुरूप पर्याप्त बिजली उपलब्ध हो रही है.
प्रदेश में 27 अक्टूबर को कुल मांग 3171 लाख यूनिट के सापेक्ष स्वयं के स्रोतों तथा अनुबंधित विभिन्न स्रोतों से 2853 लाख यूनिट तथा एनर्जी एक्सचेंज से 318 लाख यूनिट बिजली खरीदकर डिमांड के अनुरूप आपूर्ति सुनिश्चित की गई. अब तक इस दिन बिजली की औसतन अधिकतम मांग 15440 मेगावाट रही है. इसके अतिरिक्त राज्य में उत्पादन निगम की 23 इकाइयों में से 10 इकाइयों के वार्षिक रखरखाव का काम पूरा कर लिया गया है. लगभग 1070 मेगावाट क्षमता की कोटा थर्मल की दो, सूरतगढ़ थर्मल की एक एवं कालीसिंध थर्मल की एक इकाई अभी मेंटिनेंस पर हैं. शेष इकाइयों का मेंटिनेंस निर्धारित शिड्यूल के अनुसार किया जाना है.
बिजली की डिमांड कम होने की वजह से लोड डिस्पैच सेंटर के निर्देश पर सूरतगढ़ बिजलीघर की 250-250 मेगावाट की दो इकाइयों से बिजली उत्पादन अस्थाई रूप से बंद किया गया है. आवश्यकता होने तथा डिमांड बढ़ने पर इन्हें तुरंत लाइट अप कर दिया जाएगा. दीपावली पर आपूर्ति में व्यवधान एवं आपातकालीन परिस्थितियों में संभावित विद्युत दुर्घटना को रोकने के लिए जयपुर नगर वृत्त उत्तर व दक्षिण में खण्ड स्तर पर स्थापित शिकायत केन्द्रों पर शिकायत दर्ज करवाने की व्यवस्था की गई है. सभी नियंत्रण कक्ष 29 अक्टूबर से 03 नवम्बर तक 24 घंटे कार्यरत रहेंगें और शिकायतों का तुरन्त निवारण करेंगे.