Khelorajasthan

राजस्थान में धंसने लगी जमीन एक रात में धंस गई इतनी अंदर 

किसानों ने भय के साये में रात निकाली। ग्रामीण दानाराम मेघवाल ने बताया कि गांव से पश्चिमी दिशा की रोही में पिता हेमाराम मेघवाल का खेत है, जिसमें ट्यूबवेल बनी हुई थी जो पिछले तीन सालों से बंद पड़ी है। रात को अचानक उसके पास से जमीन धंसने लगी। अंदर से तेज आवाज आने लगी, जिससे हम लोग डर गए।चूरू के किसान दानाराम ने आगे बताया कि अंधेरा अधिक होने के कारण ट्यूबवेल के पास नहीं गए और न ही अधिकारी आए। सुबह देखा तो गहरा गड्ढा बना हुआ था। 
 
राजस्थान में धंसने लगी जमीन एक रात में धंस गई इतनी अंदर

Rajatshan News : किसानों ने भय के साये में रात निकाली। ग्रामीण दानाराम मेघवाल ने बताया कि गांव से पश्चिमी दिशा की रोही में पिता हेमाराम मेघवाल का खेत है, जिसमें ट्यूबवेल बनी हुई थी जो पिछले तीन सालों से बंद पड़ी है। रात को अचानक उसके पास से जमीन धंसने लगी। अंदर से तेज आवाज आने लगी, जिससे हम लोग डर गए।चूरू के किसान दानाराम ने आगे बताया कि अंधेरा अधिक होने के कारण ट्यूबवेल के पास नहीं गए और न ही अधिकारी आए। सुबह देखा तो गहरा गड्ढा बना हुआ था। 

सूचना मिलने पर पड़ोसी किसान दिनभर आते रहे। दोपहर को विद्युत विभाग कनिष्ठ अभियंता संदीप पूनिया मौके पर पहुंचे। पुनिया ने बताया कि मौके पर जाकर देखा कि गड्ढे से 15 फीट दूर ट्रांसफार्मर लगा हुआ है, लेकिन गड्ढे से कोई नुकसान नहीं हुआ।सूचना मिलने पर मौके पर जाकर देखा तो पुरानी ट्यूबवेल के पास एक गहरा गड्ढा बन गया है। पत्थर डालने पर जोर से आवाज आती है। इसके तारबंदी करवा दी है। पास में विद्युत ट्रांसफार्मर होने के कारण विद्युत विभाग के सहायक अभियंता को सूचना दे दी है।