राजस्थान में आदमखोर तेंदुए का शिकार, उदयपुर वालों ने ली चैन की साँस
Rajasthan News : एएसपी गोपाल स्वरूप मेवाड़ा के नेतृत्व वाली टीम ने पैंथर को शूट किया. सीआई शैतान सिंह, अजय, गिरिराज और देवी सिंह की टीम ने शूट किया. मदार के जंगलों में पैंथर को गोली मारी गई है. पुलिस और वन विभाग के आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं. दरअसल, उदयपुर में 'नरभक्षी बघेरे' (पैंथर) को मारने के आदेश दिए गए थे.
वन विभाग ने बघेरे को शूट करने के आदेश दे दिए थे. इस सम्बंध में वन विभाग के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक पीके उपाध्याय ने आदेश जारी किए थे. प्रधान मुख्य वन संरक्षक अरिजीत बनर्जी ने बताया कि शुरुआत में पैंथर को पिंजरे में फंसाने या ट्रेंकुलाइज करने का प्रयास किया गया. ऐसा नहीं होने पर बघेरे को शूट करने के आदेश दिए गए. हालांकि किसी भी वन्यजीव को मारने का फैसला आसान नहीं है, लेकिन जिस तरह लगातार 9 घटनाओं में पैंथर ने जान ली है, वह असहनीय है.
बघेरे को मारने का फैसला NTCA के स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर के तहत लिया गया. बता दें कि बीते कुछ समय से राजस्थान के उदयपुर जिले में पैंथर की दहशत देखने को मिल रही थी. पैंथर ने 9 लोगों पर हमला कर उन्हें अपना निवाला बनाया. इनमें एक मंदिर के पुजारी भी शामिल हैं जिसे पैंथर ने शिकार बनाया.
मंदिर के कुछ ही दूरी पर पुजारी का शव पड़ा मिला था. बीते दिनों ही उदयपुर मजावद के कुंडाऊ क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना सामने आई. जहां एक पैंथर ने 5 साल की लड़की सूरज का शिकार कर लिया. मासूम लड़की घर के बाहर खेल रही थी. जब पैंथर उसे उठा कर जंगल में ले गया. ग्रामीणों ने जब मासूम को नहीं पाया, तो वे इकट्ठा होकर जंगल में खोजबीन करने लगे. पुलिस और वन विभाग को सूचना दी गई. गोगुंदा थाना अधिकारी शैतान सिंह नाथावत, वन विभाग के अधिकारी और तहसीलदार ओम सिंह लखावत मौके पर पहुंचे.