उत्तर पश्चिम रेलवे में यात्रियों के लिए बढ़ी सुविधाएं, 68 नए पैदल पुल और 99 लिफ्ट लगाए जाएंगे
Rajastan Breaking : रेलवे स्टेशनों पर एक प्लेटफार्म को दूसरे प्लेटफार्म से जोड़ने के लिए पैदल पुल (एफओबी) बनाने, लिफ्ट और एस्केलेटर लगाने समेत लो लेवल प्लेटफार्म को हाई लेवल प्लेटफार्म में बदलने के कई कार्य कराए जा रहे हैं. सभी कार्यों को तेजी से पूरा करवाया जा रहा है ताकि यात्रियों को जल्द से जल्द सुविधाएं मिल सकें.
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे के रेलवे स्टेशनों पर 31 मार्च 2024 तक कुल 192 पैदल पुल बने हुए थे. इस वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान 68 नए पैदल पुल बनाए जाएंगे. इनमें 52 पैदल पुल 12 मीटर चौड़े होंगे. इससे यात्रियों को एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म तक जाने में सुविधा होगी. पुलों की चौड़ाई 12 मीटर होने से स्टेशनों पर अत्यधिक भीड़ होने पर भी यात्रियों को असुविधा नहीं होगी.
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकास के कार्य चल रहे हैं
उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबन्धक अमिताभ के दिशा-निर्देशानुसार फुट ओवर ब्रिज के साथ-साथ ही लिफ्ट और एस्केलेटर भी लगाए जा रहे हैं. उत्तर पश्चिम रेलवे के चारों मंडलों में अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकास के कार्य चल रहे हैं. इसमें मंडल के स्टेशनों पर 99 लिफ्ट और 4 एस्केलेटर लगाए जा रहे हैं. बड़े स्टेशनों के रिडेवलपमेंट कार्यों के तहत 194 लिफ्ट और 129 एस्केलेटर लगाए जाएंगे.
प्लेटफार्म की ऊंचाई बढ़ाई जा रही है
पिछले वर्ष तक उत्तर पश्चिम रेलवे के स्टेशनों पर कुल 549 हाई लेवल प्लेटफार्म थे. प्लेटफार्म की ऊंचाई बढ़ाने से बुजुर्ग यात्रियों को ट्रेन से उतरने और चढ़ने में सुविधा होगी. इस वर्ष 26 प्लेटफार्मो की ऊंचाई बढ़ाई जाएगी. इनमें से भैंसलाना, नाथवाना, बिग्गा, बनीसर, नोहर केसरीसिंहपुर और गजसिंहपुर में प्लेटफार्म की ऊंचाई बढ़ाने का कार्य पूरा हो चुका है.
आरओबी अथवा आरयूबी बनाए जा रहे हैं
उत्तर पश्चिम रेलवे में आरओबी/आरयूबी बनाने के कार्य में भी तेजी से किए जा रहे हैं. रेलवे की ओर से लेवल क्रॉसिंग हटाए जा रहे हैं. उनके स्थान पर आरओबी/आरयूबी बनाए जा रहे हैं. इसके साथ ही राज्य सरकार की ओर से सड़क यातायात को सुगम बनाने के लिए रेलवे ट्रैक के ऊपर/नीचे आरओबी अथवा आरयूबी बनाए जा रहे हैं.
28 आरओबी तथा 50 आरयूबी इस साल बन जाएंगे
1 अप्रेल 2024 तक कुल 113 आरओबी तथा 150 आरयूबी बनाने के कार्य चल रहे थे. इनमें से इस वर्ष 28 आरओबी तथा 50 आरयूबी के कार्य पूरा हो जाने की संभावना है. इनमें से इस वित्तीय वर्ष के अगस्त माह तक 8 आरओबी तथा 18 आरयूबी के कार्य पूरे किए जा चुके हैं.