अब टिकट खरीदते टाइम खुले पैसो के लिए नहीं करनी पड़ेगी चिक - चिक , अब यूपीआई से कर सकते हैं पेमंट
Rajasthan railway News : रेलवे द्वारा आत्मनिर्भर बनने की दिशा में डिजिटल इंडिया की तरफ कई कदम उठाए जा रहे हैं. इसी क्रम में भारतीय रेलवे पर रेलवे टिकट, पार्सल, रिटायरिंग रूम, गुड्स एवं अन्य सभी बुकिंग के भुगतान के लिए ऑनलाइन डिजिटल प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को लंबी कतारों से निजात दिलाने के लिए अब रेलवे स्टेशनों पर अनारक्षित टिकट काउंटरों पर भी ऑनलाइन डिजिटल भुगतान शुरू कर दिया गया है.
रेलवे कर्मचारी और यात्रा दोनों के लिए सहूलियत
पूर्व में यह सुविधा ऑनलाइन टिकट बुक करने पर ही मिलती थी, किंतु अब यह सुविधा टिकट खिड़की पर भी मिलने से टिकट काउंटर पर टिकट लेने जा रहे लोगों को काफी राहत मिलेगी. UPI के जरिए डिजिटल पेमेंट से लोगों को खुले पैसे की परेशानी से निजात मिलेगी. इसके साथ ही टिकट काउंटर पर मौजूद कर्मचारी का कैश मिलाने में लगने वाले समय भी बचेगा. साथ ही कैश को बैंक में जमा कराने के काम से भी निजात मिलेगी. डिजिटल पेमेंट के जरिए कम समय में लोगों को टिकट मिलेगा, जो कि पूरी तरह से पारदर्शिता को भी बढ़ावा देगा.
यात्री विभिन्न UPI मोड से कर सकेंगे भुगतान
उत्तर पश्चिम रेलवे महाप्रबंधक अमिताभ के दिशा निर्देशन में बुकिंग खिड़कियों पर डिजिटल भुगतान की प्रक्रिया शुरू की गई है. डायनामिक क्यूआर कोड कमिशनिंग करने में उत्तर पश्चिम रेलवे पूरे भारतीय रेलवे में पहले स्थान पर है. उत्तर पश्चिम रेलवे पर अभी तक 437 लोकेशनों पर डिजिटल भुगतान हेतु डायनामिक क्यूआर कोड कमिशनिंग कर 100% लक्ष्य पूरा कर लिया गया है. रेलवे की इस नई व्यवस्था से यात्री पेटीएम, गूगल पे और फोन पे जैसे प्रमुख UPI मोड से भुगतान कर सकते हैं. उत्तर पश्चिम रेलवे के 123 स्टेशनों पर 211 एटीवीएम द्वारा डिजिटल माध्यम से अनारक्षित टिकट की सुविधा भी है. इसके साथ ही हाल ही में रेलवे ने साधारण श्रेणी में यात्रा करने वाले यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यूटीएस ऑन मोबाइल एप में भी बदलाव किया है, जिसमें जनरल टिकट बुक करवाने की दूरी सीमा को समाप्त कर दिया गया है.