राजस्थान में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों को लेकर सियासी घमासान! मदन दिलावर ने संसद में दिया यह बड़ा जवाब, जानें

Rajasthan School News: राजस्थान में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों को लेकर सियासत गरमाई हुई है। जहां राज्य सरकार इन विद्यालयों के बंद करने के विषय पर समीक्षा कर रही है, वहीं विपक्ष का आरोप है कि यह एक सुनियोजित षड्यंत्र के तहत किया जा रहा है। इस मुद्दे पर राजस्थान विधानसभा में भी चर्चा हो रही है, और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस पर कई अहम बयान दिए हैं।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने सोमवार को विधानसभा में आश्वस्त किया कि राज्य में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों के संचालन के संबंध में विद्यार्थियों के हित में उचित निर्णय लेने के लिए कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में राज्य सरकार द्वारा एक मंत्रिमंडलीय उप-समिति गठित की गई है। समिति की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षा मंत्री प्रश्नकाल के दौरान इस संबंध में सदस्यों के अनुपूरक प्रश्नों का उत्तर दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार द्वारा खोले गए महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल केवल नाम मात्र के थे। इन विद्यालयों में न तो कक्षा-कक्षों की व्यवस्था है और न ही प्रशिक्षित अंग्रेजी शिक्षक उपलब्ध कराए गए हैं। इसका छात्रों की शिक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में राज्य सरकार द्वारा गठित मंत्रिमंडलीय उप-समिति की बैठकें समय-समय पर आयोजित की जाती हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि समिति शीघ्र ही इस दिशा में उचित निर्णय लेकर छात्र हित में कार्यवाही करेगी।
इससे पहले सांसद ललित मीना के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में शिक्षा मंत्री ने सदन में राज्य में संचालित 134 स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूलों तथा 3737 महात्मा गांधी राजकीय (अंग्रेजी माध्यम) स्कूलों का ब्लॉक एवं जिलावार ब्यौरा प्रस्तुत किया।
दिलावर ने सदन में स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल और महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय (अंग्रेजी माध्यम) में अध्ययनरत विद्यार्थियों का कक्षावार संख्यात्मक विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने इन स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूलों में जिले में स्वीकृत, कार्यरत एवं रिक्त पदों का संख्यात्मक विवरण तथा महात्मा गांधी स्कूलों में कार्यरत हिन्दी एवं अंग्रेजी माध्यम के अध्यापकों की संख्या का विवरण भी सदन के पटल पर रखा।