प्रोफेसर बेटा अपनी 89 साल की बूढ़ी मां को अस्पताल में छोड़कर चला गया, वापिस नहीं आया मिलने
Rajasthan News : बुजुर्ग मां का डॉक्टर इलाज रहे थे, लेकिन करीब सवा महीने से राहुल जोशी अपनी मां से मिलने अस्पताल नहीं आए। ऐसे में अस्पताल प्रबंधन ने प्रोफेसर राहुल जोशी को कॉल कर संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन या उनका नंबर बंद मिला या फिर उन्होंने फोन नहीं उठाया, ऐसे में अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ ही बुजुर्ग महिला की सेवा कर रहा है। वहीं, अस्पताल प्रबंधन ने मामले की शिकायत पुलिस से भी है।
हालांकि, बताया जा रहा है कि पुलिस ने भी राहुल जोशी से संपर्क करने का प्रयास किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। प्रोफेसर राहुल जोशी की बुजुर्ग मां का इलाज कर रहे डॉक्टर पंकज आनंद ने मीडिया को बताया कि चार सितंबर को प्रोफसर जोशी अपनी मां रवि किरण जोशी को अस्पताल लेकर आए थे। उन्हें अस्पताल के डीलक्स रूम में भर्ती किया गया था, लेकिन तबीयत में सुधार नहीं होने पर तीन दिन बाद उन्हें आईसीयू वार्ड में शिफ्ट कर दिया। कुछ दिन बाद उनकी हालत में सुधार होने के बाद उन्हें फिर से वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने प्रोफेसर राहुल से संपर्क किया तो उन्होंने आने से मना कर दिया। कहा कि मैं अकेला हूं, अस्पताल नहीं आ सकता।
इसके बाद अस्पताल के कुछ लोग प्रोफेसर के घर भी गए, लेकिन तब वे मानिसक रोगी जैसी हरकतें करने लगे, जिसे लोग हमारे लोग वापस आ गए। बताया गया कि बुजुर्ग महिला रवि किरण जोशी के दो बेटे हैं। एक बेटा राहुल जोशी राजस्थान यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर है तो दूसरा बेटा दिल्ली में इग्नू में प्रोफेसर है। दूसरे बेटे के बारे में जानकारी लगने पर अस्तपाल प्रबंधन ने उनसे भी बात करने की कोशिश की, लेकिन उनकी ओर से भी कोई जवाब नहीं मिला।
ऐसे में डॉक्टर आनंद और अस्पताल का अन्य स्टाफ ही बुजुर्ग महिला की सेवा कर रहा है। मामले को लेकर जयपुर के जवाहर सर्किल थाना धिकारी विनोद सांखला ने बताया अस्पताल की ओर से मामले की सूचना मिली थी। पुलिस ने प्रोफेसर राहुल जोशी से बात करने की कोशिश की, उन्हें कई बार कॉल किया, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुआ।
