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राजस्थान में बारिश का दौर थमा , ग्रामीण इलाको में दिखी खुसी की लहर 

राजस्थान में हाल ही में लगातार बारिश के कारण मौसम में ठंडक बनी हुई थी, लेकिन अब बारिश का दौर पूरी तरह से थम चुका है। आईएमडी के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक प्रदेश में बारिश की संभावना नहीं है। आइए, जानते हैं राजस्थान में वर्तमान मौसम की स्थिति और आने वाले दिनों के पूर्वानुमान के बारे में विस्तार से।
 
राजस्थान में बारिश का दौर थमा , ग्रामीण इलाको में दिखी खुसी की लहर

Rajasthan Weather Update : राजस्थान में हाल ही में लगातार बारिश के कारण मौसम में ठंडक बनी हुई थी, लेकिन अब बारिश का दौर पूरी तरह से थम चुका है। आईएमडी के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक प्रदेश में बारिश की संभावना नहीं है। आइए, जानते हैं राजस्थान में वर्तमान मौसम की स्थिति और आने वाले दिनों के पूर्वानुमान के बारे में विस्तार से।

वर्तमान मौसम स्थिति

हाल ही में हुई भारी बारिश के बाद, राजस्थान के तापमान में कोई खास उतार-चढ़ाव नहीं आया है। शनिवार को प्रदेश का सर्वाधिक तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस श्रीगंगानगर में दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, अब उत्तर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के कमजोर होने के कारण बारिश का दौर थम गया है।

आगामी मौसम की भविष्यवाणी

15 से 17 सितंबर: पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की फुल्की बारिश हो सकती है।
शेष इलाकों में: मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
पश्चिमी राजस्थान: जोधपुर और बीकानेर संभाग के अधिकांश हिस्सों में अगले 4-5 दिनों तक मौसम शुष्क रहेगा।

जलभराव की स्थिति और बांधों की स्थिति

जलभराव की स्थिति: भारी बारिश के बाद विभिन्न इलाकों में हुआ जलभराव अब धीरे-धीरे कम हो रहा है।
बांधों और तालाबों की स्थिति: प्रदेश के बांध और तालाब अब लबालब हो चुके हैं। बांधों के गेट बंद कर दिए गए हैं और अतिरिक्त पानी की निकासी भी की जा चुकी है।

असामान्य बारिश की स्थिति

इस बार राजस्थान में असामान्य बारिश हुई है। औसत बारिश के मुकाबले करीब 62 प्रतिशत ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। प्रदेश के दस से ज्यादा जिलों में दोगुनी बारिश हो चुकी है। इस बार मरुधरा का कोई भी जिला ऐसा नहीं रहा जहां सामान्य से अधिक बारिश न हुई हो।

राजस्थान में बारिश का दौर समाप्त हो चुका है और मौसम फिलहाल शुष्क रहने की संभावना है। हालांकि, अगले कुछ दिनों में हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है। प्रदेश में हुए जलभराव की स्थिति अब बेहतर हो रही है और बांधों के गेट बंद कर दिए गए हैं। आने वाले दिनों में मौसम के हालात पर नज़र रखना महत्वपूर्ण रहेगा, ताकि किसी भी संभावित मौसम परिवर्तन से पूर्व योजना बनाई जा सके।